L19/DESK : महिला आरक्षण बिल पर चर्चा से पहले मीडिया से बात करते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि इस बिल में कुछ भी नया नहीं है। कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता ने उल्लेख किया कि यह कोई नया मामला नहीं है और 2010 में राज्यसभा में पारित होने के बाद लोकसभा में विधेयक पारित नहीं होने के लिए सरकार की आलोचना की।
उनका मानना है कि अगर बिल को पहले आगे बढ़ाया गया होता तो अब तक इसे लागू कर दिया गया होता। उन्हें संदेह है कि सरकार आगामी चुनावों के कारण इसे बढ़ावा दे रही है, लेकिन परिसीमन या जनगणना समय पर नहीं होने पर इसकी प्रभावशीलता पर संदेह है।