L19/Ranchi : रांची के डोरंडा में स्थित झारखंड हाईकोर्ट की पुरानी बिल्डिंग अब विरान पड़ चुकी है। कोर्ट की सारी गतिविधियां फिलहाल धुर्वा में स्थित नयी बिल्डिंग में संचालित हो रही हैं। हालांकि, पुरानी बिल्डिंग का रखरखाव नियमित रूप से हो रहा है। इसके वजह से अब ये सवाल उठने शुरु हो गये हैं कि पुरानी बिल्डिंग का क्या होगा।
तो आपको बता दें कि इसे लेकर राज्य सरकार ने झारखंड हाईकोर्ट से पुरानी बिल्डिंग को हैंडओवर करने को कहा है। इस संबंध में हाईकोर्ट को अनुरोध पत्र भी भेजा जा चुका है। हालांकि, इस पर हाईकोर्ट की ओर से कोई फैसला नहीं लिया गया है। बता दें, नये कैंपस में न्यायिक कार्य 12 जून से शुरु हुआ था। डोरंडा स्थित बिल्डिंग में वर्तमान में कोई गतिविधि संचालित नहीं हो रही है।
झारखंड हाईकोर्ट के बारे में बात करें तो इसे अब तक 51 साल पूरे हो चुके हैं। यहां 19 मई 2023 को नियमित कोर्ट (न्यायिक कार्य) का अंतिम दिन था। रांची में पटना हाइकोर्ट की सर्किट बेंच की स्थापना 6 मार्च, 1972 को हुई थी। बेंच की स्थापना तत्कालीन बिहार राज्य के छोटानागपुर क्षेत्र की आदिवासी आबादी की जरूरतों को पूरा करने के लिए की गयी थी। वहीं, 8 अप्रैल, 1976 को स्थायी पीठ की स्थापना की गयी, जिसके बाद प्रतिदिन मामलों की सुनवाई होने लगी। झारखंड हाइकोर्ट के गठन के दिन 15 नवंबर, 2000 को सात न्यायाधीश व चीफ जस्टिस सहित कुल आठ पद स्वीकृत थे, जो अब बढ़ कर 25 हो चुके हैं।