L19 DESK : राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर लगे आरोपों पर राज्य सरकार से जांच करते हुए कार्रवाई करने को कहा है। सरकार की तरफ से की जानेवाली कार्रवाई की रिपोर्ट राजभवन तक भेजने को भी कहा गया है। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर प्रतिबंधित श्रेणी का पिस्तौल रखने और अश्लील वीडियो चैटिंग मामले की शिकायत पर कार्रवाई करने की मांग विधायक सरयू राय ने की थी। राज्यपाल ने संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार से दोनों मामलों पर जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है। दो मई को विधायक सरयू राय ने राजभवन जाकर राज्यपाल से मिल कर स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ शिकायत की थी। शिकायत में कहा गया था कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने वह पिस्तौल को प्रतिबंध कर दिया है, जिसे स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता अपने पास रखे हुए हैं।
उन्होंने इस संदर्भ में राज्यपाल से केंद्र सरकार की अधिसूचना भी प्रस्तुत की थी। इसके अलावा अश्लील वीडियो चैटिंग मामले में पीड़ित महिला को पर्याप्त सुरक्षा देने की बातें भी कही गयी थी। उन्होंने कहा था कि राज्य मंत्रिमंडल के मंत्री के खिलाफ इस तरह की शिकायतें सही नहीं है। इससे राज्य की छवि खराब होती है। उन्होंने कहा कि जमशेदपुर में लिखित शिकायत देने के बाद भी दोनों मामलों पर कोई कार्रवाई पुलिस की तरफ से नहीं की गयी। राज्यपाल ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए निर्दलीय विधायक को जांच कराने का भरोसा दिलाया था। इस प्रकरण पर स्वास्थ्य मंत्री ने विधायक पर मानहानी करने का नोटिस भी भेजा है। बताया जा रहा है कि राज्य सरकार आर्म्स एक्ट के तहत कार्रवाई करती है, तो नियम 25 के तहत स्वास्थ्य मंत्री को सात साल की सजा हो सकती है। विधायक सरयू राय का कहना है कि कांग्रेस पार्टी भी पूरे प्रकरण पर ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है और न ही झारखंड की विपक्षी पार्टियां स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ कुछ बोल रही हैं।