L19 Deoghar : कृषि प्रदर्शनी लखनगड़िया का दो दिवसीय चलने वाला कृषि मेला आज दिनाँक 19 नबम्बर 2023 एवम 20 नबम्बर 2023 को 60वाँ वार्षिकोत्सव ग्राम लखनगड़िया ,पंचायत- पिछड़ीबाद प्रखण्ड- देवघर जिला- देवघर झारखण्ड में समारोह पूर्वक मनाया गया । कार्यक्रम के प्रथम दिन की शुरुआत गोपूजन और राधा कृष्ण की मूर्ति के समक्ष दीप प्रज्ववलन जनार्दन पाण्डेय वरीय समाजवादी नेता अशोक ठाकुर मुखिया मसानजोरा पंचायत ,सुखलाल हेम्ब्रम मुखिया प्रतिनिधि पिछड़ीबाद पंचायत द्वारा सँयुक्त रूप से कर मेला का शुभारम्भ किया इसके बाद बारी बारी से लोगों ने मेला के संस्थापक स्व0 फुलकू पाण्डेय के समाधि स्थल पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया इस कृषि प्रदर्शनी -सह- मेले में कृषि उत्पादों की प्रदर्शनी ,पशुधन दर्शन खेल कूद आदिवासी गायन यात्रा स्थानीय कलाकारों द्वारा लोक नृत्य का प्रदर्शनी लगाई गई ।
लखनगड़िया कृषि प्रदर्शनी -सह–मेला के संस्थापक ,पथरा पंचायत के आजीवन मुखिया और भूमिगत स्वतंत्रता सेनानी स्व0 फुलकु पाण्डेय जी के समाधि स्थल पर लोगों ने श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दिया । इस अवसर पर इनके व्यक्तिव पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस क्षेत्र को पहचान दिलाने के लिए पाण्डेय जी सदा याद किये जायेंगे ।एक राजनैतिक ,सांगठनिक और जनता का नेता के रुप मे वे सदैव पूजनीय होंगें ।नेताजी सुभाषचंद्र बोस और किसान नेता स्वामी सहजानंद सरस्वती के सानिध्य में देश की आजादी की लड़ाई में हिस्सा लेने वाले स्व पाण्डेय जी ने दोआब क्षेत्र में हुए अनेक जन आंदोलन को नेतृव देकर क्षेत्र की विकास के लिए संघर्ष किया था ।
ह मेला उनके द्वारा आदिवासी समुदाय के समृद्ध संस्कृति, जल जंगल और जमीन को बचाने के लिए लगाया गया था ,इस मेले शराब और जुआ की सख्त पाबंदी अपने जीवन भर लगाया रक्षा । स्थानीय कला संस्कृति को बढ़ावा देने ,धर्म के साथ मेला को जोड़ कर आजादी के शहीदों को याद करना इस मेले की मुख्य विशेषता थी ।इनके जीवन भर यह मेला गैर- राजनीतिक स्थल रहा ,लाख कटुता के बाद भी इनके द्वारा मेले के विनाश सोचने वाले को भी इस मेले में खूब सम्मान मिला ,विरोधी बुरा सोच कर भी इस मेले के अस्तिव को मिटा नही पाये,मेले की इस विरासत को बचाने में क्षेत्र की जनता का अहम योगदान है ।
हेमन्त सोरेन ,माननीय मुख्यमंत्री झारखण्ड सरकार ने स्व फुलकु पाण्डेय की आदम कद प्रतिमा और उनके नाम पर तोरण द्वार बनाने का वादा किया था ।
हेमन्त सोरेन मुख्यमंत्री झारखण्ड ने मधुपुर विधानसभा उपचुनाव 2021 के लखनगड़िया में आयोजित चुनावी सभा के दौरान आम जनता से वादा किया था कि लखनगड़िया में स्व0 फुलकु पाण्डेय जी की आदमकद प्रतिमा उप चुनाव जीतने के साथ उनके नाम पर विशाल तोरण द्वार पर्यटन विभाग झारखण्ड से बनाया जाएगा । मगर मुख्यमंत्री झारखण्ड सरकार के द्वारा घोषणा के 3 वर्ष बीतने के बाद भी इस दिशा में कोई पहल नही हुई है और मुख्यमंत्री हेमन्त जी यह वादा महज चुनावी घोषणा बन कर गया । इस पर क्षेत्र की आम जनता में चर्चा शुरू हो गया है कि विंगत 60 वर्षो से हर साल इस मेले अनेक माननीय आये और उनके द्वारा किये गए कोई वादा मेले के विकास में धरातल पर नही आई। स्व 0 फुलकु पाण्डेय दोआब क्षेत्र के अनुकरणीय पुरुष थे ।दबे कुचले, दलित ,आदिवासी हरिजन – अल्पसंख्यक का भरोसा और उनका आवाज थे ।यह मेला उनकी सादगी सदाचार और मेहनत का परिणाम है ।
इस मेले में तत्कालीन बिहार के कृषि मंत्री सुशील कुमार बागे,गोड्डा, बांका ,गोड्डा लोकसभा मधुपुर और देवघर विधानसभा के कई वर्तमान और निवर्तमान सासंद- विधायक -मंत्री सहित स्व 0सजल चक्रवर्ती पूर्व मुख्य सचिव झारखण्ड सरकार भी इस मेले में शिरकत कर चुके हैं ।लखनगड़िया मेला एकीकृत संथाल परगना व देवघर जिले का एक मात्र ऐतिहासिक कृषि मेला होने के बावजूद सरकारी और स्थानीय माननीयों की उपेक्षा का शिकार रहा । मेले का जितना विकास होना चाहिए ,इस मेले का विकास नही हुआ।विगत 60 वर्षो से यह मेला स्थानीय माननीयों के वादा खिलाफी के लिए लिया याद किया जाता है ।
इंसान को पढ़ाई ,दवाई और जुल्म के खिलाफ लड़ाई के लिए धन की कमी नही होती बशर्ते इंसान का नियत साफ हो -स्व0 फुलकु पाण्डेय जी का यह अमर वाक्य इस क्षेत्र के लोगों के लिए आदर्श मंत्र बन गया है । उनकी समाधि पर माल्यार्पण करनेवाले ने उनके आदर्शो पर चलने का संकल्प लिया । उनकी समाधि पर माल्यार्पण करने वालों में दयानन्द पाण्डेय अध्यक्ष कृषि प्रदर्शनी समिति लखनगड़िया , ओमप्रकाश राय ,बलराम तांती रोहित यादव ,नरेश मरांडी ,बोसो टुडू ,कारू टुडू ,गुडो बास्की ,, गुजल मण्डल , सुशील कुमार पांडेय ,विजय वर्मा कोषाध्यक्ष लक्ष्मी नारायण नोनिया अध्यक्ष फुलकू सेवा संस्था लखनगड़िया ,किशोर चौहान , बाल कृष्ण पासवान गोपाल दास प्रकाश पाण्डेय कार्यकारी अध्यक्ष कृषि प्रदर्शनी समिति लखनगड़िया सहित कई लोग मौजूद थे ।