L19/Bokaro : तेनु बोकारो नहर सड़क जर्जर हो जाने के कारण बेरमो अनुमंडल के लोगों को अनुमंडल मुख्यालय तेनुघाट आवागमन में परेशानी हो रही है। विदित हो कि बोकारो स्टील प्लांट व बोकारो नगरवासियों सहित तेनुघाट से बोकारो तक के नहर किनारे निवास करने वाले के लिए यह नहर जीवनदायिनी है। वहीं, तेनु-बोकारो नहर व नहर मार्ग ठेकेदारों के लिए कमाई का जरिया बन गया है। इस सड़क का निर्माण 2016 में लगभग ढाई करोड़ रुपए की लागत से किया गया था। लेकिन वर्तमान में यह सड़क कई स्थानों पर गड्ढे में तब्दील हो गई है। वहीं, कई जगहों पर सड़क का नामोनिशान ही मिट गया है। वहां सिर्फ मिट्टी की परत बचे है। विगत महीने नहर मरम्मती में नहर के कुछ स्थानों पर नहर की ढलाई व नहर के उपर
सड़क किनारे को मिट्टी से मेढ का कार्य तेनुघाट बांध प्रमंडल द्वारा संविदा के द्वारा कार्य करवाया गया था।लेकिन संवेदक द्वारा सड़क के मेढ कार्य करने के बाद मिट्टी को सड़क पर छोड़ दिया गया है। जिससे नहर सड़क नरक तुल्य हो गया है।वही सड़क कीचड़ में तब्दील हो गया।जिससे सड़क पर फिसलन होने के कारण उक्त सड़क पर राहगीरों व दोपहिया वाहन से चलने वाले के लिए खतरे की घंटी है।वही फिसलन के कारण कई लोग दुर्घटनाग्रस्त होकर घायल हो चुके हैं। इस नहर रोड से पिछरी, अंगवाली, चांदो, जैनामोड सहित बेेरमो कोयलांचल के लोगों के लिए बेरमो अनुमंडल मुख्यालय आने जाने के लिए सबसे कम दुरी के लिए उपयुक्त है।
लेकिन इस सड़क के जर्जर हो जाने के कारण इस क्षेत्र के लोगों को मुख्यालय जाने के लिए जैनामोड़ पेटरवार या कथारा गोमिया होते हुए मुख्यालय जाने पर डबल दूूरी एवं अधिक समय लगता है। सड़क की सबसे विकट स्थिति अंगवाली उत्तरी पंचायत के नहर चौक से बेहरागोडा तक लगभग दो किलोमीटर क्षेत्र में है। जहां सड़क गड्ढा ही गड्ढा में तब्दील हो चुका है। वहीं अंगवाली पंंचायत के दुसरी छोर अंगवाली से झुंझको तक सड़क की स्थिति कीचड़ से नरक तुल्य हो गया है।
अंगवाली उत्तरी पंचायत के उपमुखिया मो रियाज अहमद सहित ग्रामीणों में गौतम पाल, एनायत हुसैन, युगल रजवार आदि ने कहा कि हमारे क्षेत्र के सांसद व विधायक चुनाव के समय में सड़क का निर्माण का वादा करते है। लेकिन चुनाव हो जाने के बाद सब अपना वादा भुल जाते है। कहा कि नहर व नहर सडक का कार्य विभाग द्वारा करवाया जाता है। जो कि सिर्फ खानापूर्ति होता है। कहा कि यह सड़क व नहर अधिकारी व ठेकेदार का चारागाह बन गया है। ग्रामीणों ने एक स्वर मांग किया कि सड़क का निर्माण पीडब्ल्यूडी से कराया जाए।