RANCHI : झारखंड में खनिज बहुतायत में हैं. झारखंड में सर्वाधिक खनिजों का उत्पादन होता है. जिनमें कोयला, लौह अयस्क, तांबा, अभ्रक, बॉक्साइट, यूरेनियम प्रमुख रूप से है. खनन संभावनाओं को आगे बढ़ाते हुए झारखंड सरकार राज्य में खनिजों की खोज के लिए नेशनल मिनरल एक्सप्लोरेशन ट्रस्ट(NMET) की तर्ज पर स्टेट मिनरल एक्सप्लोरेशन ट्रस्ट(SMET)का गठन करने जा रही है. इस ट्रस्ट को गैर लाभकारी संस्था के रूप में स्थापित किया जाएगा और इसके लिए अलग से फंड की व्यवस्था की जाएगी. इस ट्रस्ट का उद्देश्य यह होगा कि राज्य सरकार द्वारा निर्धारित फंड का उपयोग करके सरकार द्वारा निर्धारित तरीके से राज्य में मौजूद का पता लगाना है.
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फंड की व्यवस्था
खनिजों के एक्सप्लोरेशन यानी खनिजों के अन्वेषण/खोज के लिए SMET फंड की स्थापना की जाएगी. इस फंड को खनन पट्टा सह अन्वेषण अनुज्ञप्ति धारकों से SMDR के अधिनियम के अनुसार भुगतान की गई रॉयल्टी के कुछ प्रतिशत के बराबर राशि ली जाएगी जो संभवतः 1 से 2 प्रतिशत हो सकती है. खान मंत्री इस ट्रस्ट के अध्यक्ष होंगे. इनके अलावा खान सचिव, भूतत्व निदेशक सहित अन्य अधिकारी होंगे.
इस ट्रस्ट के लिए केंद्रीय कोयला मंत्री का विशेष आग्रह
बताया गया कि केंद्रीय कोयला मंत्री जी. किशन रेड्डी ने झारखंड सरकार से इसे जल्द गठन करने को कहा है. ऐसा माना जा रहा है कि क्रिटिकल मिनरल की खोज के लिए यह कदम अहम साबित होगा.
क्या होगा SMET का उद्देश्य?
यहां छिपे हुए खनिजों की तलाश करना, खनिजों को निकालने के लिए खनन योजना बनाना. उन्हें साफ करने के लिए विशेष अध्ययनों और परियोजनाओं के लिए धन मुहैया कराना इसका मुख्य कार्य होगा.
