L19/Dhanbad : आईएसएम धनबाद, युगान्तर भारती, लाइफ और नेचर फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। इस दौरान मुख्य अतिथि के रूप में जमशेदपुर के विधायक सरयू राय मौजूद रहे। सेमिनार का विषय “स्थायी जीवन पद्धतियों के माध्यम से हमारे ग्रह में निवेश करें” था।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक सरयू राय ने कहा कि औद्योगिक क्रांति के समय से ही मानव और प्रकृति का संघर्ष आरम्भ हो गया है। प्रकृति ने जो तत्व, खनिज हमें उपलब्ध कराए हैं, उस तत्व एवं अन्य यौगिकों के माध्यम से नए तत्व और औजार का आविष्कार मेधावी मस्तिष्क के धनी व्यक्तियों ने किया है। अब मनुष्य उसी तत्व और औज़ार का दुरुपयोग कर प्रकृति को और पृथ्वी को नुकसान पहुंचा रहा है।
आज सरकार नाम की जो इकाई है, और उसके जो प्रशासनिक पदों पर मेधावी मस्तिष्क के लोग विराजमान है, वे मान लेते है कि उनका अलग इनटिटि है और आम आदमी का अलग है। अगर इस भाव में बदलाव आ जाये तो हम प्रकृति और अपने अस्तित्व की रक्षा करने में सफल होंगे। औद्योगिक और नगरीय प्रदूषण के द्वारा नदियों का गला घोंटा जा रहा है।
सेमिनार के विशिष्ट अतिथि और श्री माता वैष्णो देवी, विश्वविद्यालय, कटरा जम्मू के कुलपति, पद्मश्री आरके सिन्हा ने अपने संबोधन में कहा कि नदियों के प्रवाह में बदलाव का होना जैव विविधता का एक प्रमुख लक्षण है। एक वैज्ञानिक अनुसंधान में यह बात साबित हुई है कि सुंदरवन डेल्टा के मैंग्रोव पौधे पीपल के वृक्ष के अपेक्षा अधिक मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड अवशोषित करते है।
सेमिनार में मुख्य रूप से अरुण कुमार राय, धर्मेंद्र तिवारी, डॉ गोपाल शर्मा, उदय सिंह, प्रो. अंशुमाली, अंशुल शरण, सुरेंद्र सिंह, श्रवण सिंह, अभय सिंह एवम आईएसएम, धनबाद के फैकल्टी, प्रोफेसरगण, विद्यार्थीगण सहित युगान्तर भारती और दामोदर बचाओ आंदोलन के सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।