L19 DESK : साहिबगंज जिले से रूह कंपा देने वाली घटना सामने आई है। दिल्ली की श्रद्धा और बोरियो की रेबिका हत्याकांड जैसे ही मालोती नाम की महिला की बेरहमी से हत्या कर दी गई। मालोती हत्याकांड जांच से जुड़ी कई बाते सामने आ रही है। जिससे पुलिस भी हैरान है। पूछताछ के दौरान मृतका के पति तलु किस्कू ने पुलिस को बताया कि उसने अपने 3 साथियों के साथ मिलकर मालोती को मारा और शव के टुकड़े कर जंगल में फेंक दिया।
बोरियो थाना प्रभारी जगन्नाथ पान ने बताया कि आरोपी तलु किस्कू 27 अप्रैल की शाम को पत्नी मालोती को नहाने के बहाने चटकी जंगल स्थित झरने पर ले गया था। तलु ने बताया कि मालोती की हत्या करने में होपना हांसदा, मंडल मुर्मू और नारायण मुर्मू ने उसका सहयोग किया। बता दें कि 2-3 मई को पुलिस ने चटकी जंगल से खोपड़ी, नाइटी, चूड़ी और माला सहित मानव अंग के अवशेष सहित अन्य सामान बरामद किया था।
शरीर के छोटे-छोटे टुकड़े किए और जंगल में यहां-वहां फेंका
पुलिस के समक्ष पूछताछ में हत्यारोपी तलु किस्कू ने बताया कि नहाने के बहाने झरने पर ले जाकर उसने मालोती की बेरहमी से पिटाई की। पिटाई से जब मालोती बेहोश हो गई तो तलु और होपना ने ताड़ी निकालने में इस्तेमाल किए जाने वाले धारदार हथियार से मालोती का गला रेत दिया। इसके बाद होपना ने मालोती का पेट फाड़ दिया और कमर को काटकर अलग किया। इसके बाद तलु, होपना, मंडल और नारायण ने मिलकर मालोती के शरीर के छोटे-छोटे टुकड़े किए और जंगल में यहां-वहां फेंक दिया।
हत्या में प्रयुक्त धारदार हथियार मंडल मुर्मू लाया था। तलु ने पूछताछ में बताया कि वह अक्सर अपने दोस्तों होपना और मंडल को घर में पत्नी से होने वाले विवाद के बारे में बताया करता था। फिर एक दिन तीनों ने हत्या की षड्यन्त्र रच डाली। वहीं, नारायण केवल इसलिए शामिल हो गया क्योंकि जिस आंगनबाड़ी केंद्र में मालोती सेविका थी उसी में नारायण की पत्नी सहायिका। नारायण को लगा कि यदि मालोती नहीं रही तो उसकी पत्नी आंगनबाड़ी सेविका बन जाएगी। पुलिस ने तलु को 4 मई को ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
दोस्तों के साथ मिलकर वारदात को दिया अंजाम
गौरतलब है कि बोरियो संताली निवासी मालोती सोरेन की शादी वर्ष 2007 में बांझी के चटकी गांव निवासी तलु किस्कू से हुई थी। दंपत्ति के 3 बच्चे हैं। बताया जाता है कि बीते 1.5 साल से पति प्रताड़ित करने लगा था। वह मालोती से बाइक की मांग कर रहा था। उसे बाइक भी खरीद कर दिया गया लेकिन प्रताड़ना कम नहीं हुई। 19 अप्रैल को वह पास के गांव की एक लड़की को अपने घर ले आया था। मालोती ने इसका विरोध किया तो तलु का गुस्सा सातवें आसमान पर जा पहुंचा। उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर इस जघन्य वारदात को अंजाम दिया।