L19 Desk : दीपों के पर्व दीपावली के दिन राजधानीवासियों ने खूब आतिशबाजी की। झारखंड स्टेट पोल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के सदस्य सचिव यतिंद्र दास ने एक फरमान जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशों के आलोक में रात्रि आठ बजे से दस बजे तक ही आतिशबाजी की जा सकती है। उनके इस आदेश की रांची के लोगों ने धज्जियां उड़ा दी। आतिशबाजी को लेकर पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की जारी गाइडलाइन पर लोगों का उत्साह भारी पड़ा। जहां पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने रात 10 बजे तक ही पटाखे फोड़ने को कहा था। पर लोगों ने रात भर पटाखे फोड़े। राजधानी के रिहायसी और तंग मुहल्लों के लोगों ने पूरे आसमान को धूंआ-धूंआ कर दिया। रॉकेट, अनार, सेवेन साउंड, चिड़चिड़ी समेत लंबे चेन वाले पटाखे, फूलझड़ियां छोड़ी गयी। लोगों ने दीपावली को खूब इंजाय किया। सरकारी फरमान का उन पर किसी तरह का कोई असर नहीं दिखा। आतिशबाजी का असर निश्चित रूप से एयर क्वालिटी पर पड़ा है। सुबह नौ बजे तक राजधानी के अधिकतर इलाके घने कुहांसे के ढेर पर ढंके थे। घने कुहांसे की वजह से मार्निंग की कई फ्लाइट समय पर नहीं पहुंची। सुबह नौ बज कर तीस मिनट के बाद धूंध हटा और विजिबिलिटी साफ हुई। हालांकि अभी झारखंड पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की ओर से एयर क्वालिटी का रिकॉर्ड जारी नहीं किया गया है।