L19/Bokaro : बोकारो के चास अनुमंडल अस्पताल के सामने राइडर कंपनी के हेल्थ डिपार्टमेंट में आउटसोर्सिंग के द्वारा काम करने वाले युवक राजेश महतो के शव को रखकर उनके परिजन नियोजन और मुआवजे की मांग पर डटे हुए हैं। मृतक युवक पिंद्राजोरा थाना क्षेत्र के पूर्णाडी का रहने वाला है। जिसकी विगत 9 मई को ड्यूटी के दौरान NH32 कांडरा के समीप मोटरसाइकिल की टक्कर में घायल हो गया था।
जिसका इलाज रांची में चल रहा था और इस दौरान उसकी मौत हो गई। जिसके बाद आज सुबह ही उनके परिजन नौकरी और मुआवजे की मांग को लेकर मृतक के शव के साथ अनुमंडल अस्पताल के सामने धरने पर बैठ गए। इस दौरान चंदनक्यारी विधायक को इसकी जानकारी मिली तो वो भी यहां पर पहुंचे और तत्काल परिजनों के तरफ से जिले के सिविल सर्जन से व राइडर कंपनी के प्रबंधकों से बात की और मृतक के परिजनों की जायज मांगों को उनके सामने रखा।
विधायक अमर बावरी ने राइडर कंपनी के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा कि यह कंपनियां अपने कामगारों के साथ शोषण करती है। मृतक के डी ए बेसिक का हिसाब नहीं दिया जा रहा था। लगभग तीन-चार महीने से उसको वेतन भुगतान भी नहीं किया जा रहा था। उन्होंने यह भी कहा कि यह कंपनी ब्लैक लिस्टेड होने की बात आ रही थी।
मगर सिविल सर्जन से इस संबंध में कहा गया कि कोर्ट से इस कंपनी को स्टेट मिला हुआ है। जिसकी जांच की मांग परिजन कर रहें है। मृतक के ड्यूटी के दौरान हादसे में इलाज के बाद उसकी मौत हो गई उसके बावजूद भी कंपनियां अपने कामगारों का हक मारने में लगी रहती है।
विधायक ने कहा कि चुकी राइडर कंपनी हेल्थ डिपार्टमेंट झारखंड सरकार के तहत मानव बल उपलब्ध कराने वाली कंपनी है। जिसमें वह मृतक काम करता था। इसलिए बोकारो सिविल सर्जन और राइडर कंपनी के प्रबंधन से उसका जो डी ए बेसिक था।
वह तो मिलेगा ही साथ ही 20 लाख मुआवजा और परिजन में एक को नियोजन मिलना चाहिए जिसकी मांग पर परिजन भी डटे हुए हैं। वही इस दौरान मौजूद पिंद्राजोरा थाने की पुलिस ने कहा कि परिजनों की मांग को लेकर वार्ता चल रही है। जो भी परिजनों के हित में होगा उसे दिया जाएगा।