L19 : ग्राम्य अभियंत्रण संगठन (आरइओ) के कार्यपालक अभियंता रामपुकार राम को प्रवर्तन निदेशालय ने हिरासत में ले लिया है. सोमवार 27 फरवरी को शुरू हुई द्वारिकेश अपार्टमेंट की छापेमारी सुबह तक जारी रही. निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के सहपाठी थे.
रामपुकार राम और आरइओ चीफ इंजीनियर के कमरे में साथ में निबटाते थे निविदा. रामपुकार राम निलंबित वीरेंद्र राम के काफी करीबी थे और चीफ इंजीनियर के मौखिक आदेश पर ही सारी निविदा को अंतिम रूप देते थे. प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने रामपुकार राम के यहां से कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किये हैं.
पूछताछ के लिए इन्हें हिरासत में लिया गया. जानकारी के अनुसार जब अपार्टमेंट के 401 नंबर फ्लैट पर इडी की टीम पहुंची, तो रामपुकार राम ने सबसे पहले अपना मोबाइल फेंक दिया औऱ घर में उपलब्ध दस्तावेजों को फाड़ना शुरू कर दिया. इसके बाद तत्काल इडी के अफसरों ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया.
125 करोड़ की अवैध संपत्ति अर्जित करने वाले ग्रामीण कार्य विभाग के मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम से पूछताछ के बाद ही ईडी ने राम पुकार के यहां छापेमारी की है. वीरेंद्र राम ने ईडी को दो दर्जन से अधिक लोगों को नाम बताए हैं, जो कमीशन के खेल में उसके साथ शामिल थे.