L19/Latehar : लातेहार के बकोरिया इनकाउंटर मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआइ के क्लोजर रिपोर्ट पर पीड़ित परिवारों की तरफ से विशेष न्यायाधीश प्रवीण उरांव की अदालत में प्रोटेस्ट पीटीशन दायर किया गया। यह प्रोटेस्ट याचिका जवाहर यादव की तरफ से दायर की गयी है, जो बकोरिया एनकाउंटर मामले में मारे गये उदय यादव का पुत्र है। 12 अन्य परिवारों के महिला और पुरुष आश्रितों ने न्यायालय के समक्ष अपने आप को गवाह के रूप में प्रस्तुत किया। अदालत ने प्रोटेस्ट पीटीशन को स्वीकार करते हुए कहा है कि जल्द ही सुनवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी। एडवोकेट प्रदीप कुमार ने यह याचिका दायर की है।
अशोक यादव ने बताया कि कोर्ट जल्द क्रास एग्जामिनेशन की तिथि तय कर सुनवाई की प्रक्रिया शुरू करेगा। अधिवक्ता प्रदीप कुमार के अनुसार सीबीआइ की तरफ से मामले की क्लोजर रिपोर्ट सौंपने के बाद सभी पीड़ित परिवारों को नोटिस दिया गया। इसके बाद ही प्रोटेस्ट पीटीशन दाखिल किया गया। संतोष यादव की पत्नी सोनी कुमारी को भी नोटिस भेजा गया है। इसके अलावा देव राज यादव की विधवा पत्नी कौशल्या देवी, एजाज अहमद की बेवा रेश्मा खातून, योगेश यादव के भाई अखिलेश यादव, देव राज यादव के भाई प्रमोद यादव, नीरज यादव के भाइ संतोष यादव, अमलेश यादव के ब्रदर इन लॉ दिलेश्वर यादव, प्रकाश तिर्की के भाई अमित तिर्की, बुधराम उरांव के भाई महिपाल उरांव, उमेश सिंह के भाई अमरजीत सिंह, सत्येंद्र पाराहिया के भाई सुरेंद्र पराहिया, महेंद्र सिंह खेरवार के भाई संदीप सिंह खेरवार और युगेस्त यादव के भाई अखिलेश यादव को क्लोजर रिपोर्ट संबंधी नोटिस भेजा गया है।
8 जून 2015 को हुआ था एनकाउंटर
पलामू के भेलवा घाटी में आठ जून 2015 को यह एनकाउंटर हुआ था। सुरक्षा बलों का दावा था कि इसमें 13 नक्सली मारे गये थे. सीबीआइ ने पूरे मामले की क्लोजर रिपोर्ट दाखिल करते हुए कहा था कि घटना में नक्सली ही मारे गये थे। जवाहर यादव ने प्रोटेस्ट याचिका दायर करते हुए कहा है कि वे सीबीआइ के क्लोजर रिपोर्ट से संतुट नहीं हैं। उन्होंने कहा है कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने सही तरीके से जांच नहीं की है। पुलिस ने एनकाउंटर में मारे गये कुछ लोगों को जबरन दूसरे कपड़े भी मारे गये लोगों को पहनाये, ताकि वे नक्सली लग सकें। सीतेश्वर यादव का कहना था कि पुलिस ने फरजी एनकाउंटर दिखा कर उनलोगों की जिंदगी बरबाद कर दी।