L19/Ranchi : IIIT रांची के दूसरे दीक्षांत समारोह में शामिल मुख्य अतिथि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पदक विजेता छात्राओं के लिए तालियां बजवायीं। मुर्मू अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा कि पदक विजेता 10 स्टूडेंट्स में आठ लड़कियां शामिल हैं। लड़कियों ने बता दिया है कि वो कम नहीं है। इसलिए उनके सम्मान में तालियां बजनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पदक विजेताओं की संख्या में छात्राओं की संख्या अधिक होना इस संस्थान में छात्राओं की संख्या बढ़ेगी। उन्होंने कहा मैं सभी 109 विद्यार्थियों को बधाई देती हूं। कुल विद्यार्थियों में छात्राओं की संख्या कम है। पर विजेता में अधिक हैं।
यह संस्थान आने वाले समय में रिसर्च हब के रूप में अपना नाम बनाएगा
मैं कहूंगी कि यह उपलब्धि है। इसे देख कर छात्राएं यहां एडमिशन लें। छात्राएं हर दिशा में परचम लहराएगी। यहां छात्राओं की संख्या बढ़े यह कामना भी करती हूं। यह संस्थान आने वाले समय में रिसर्च हब के रूप में अपना नाम बनाएगा। स्टूडेंट्स को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि आज इंटरप्रेन्योर कल्चर को बढ़ाया जा रहा है। देश की बेहतरी में नवाचार अहम भूमिका निभा रहा है। मुझे विश्वास है कि भारत में उच्च तकनीकी संस्थान तकनीक और नवाचार पर जोर देते हुए लोगों के लिए काम करेंगे।
भारत का आईटी क्षेत्र लाखों को रोजगार देता है
उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि तकनीकी का इस्तेमाल सामाजिक न्याय के लिए भी होना चाहिए। आज देश में डिजीटल लिटरेसी को बढ़ावा मिल रही है। हम कभी कल्पना नहीं कर सकते थे कि हम स्ट्रीट वेंडर से ऑनलाइन पैमेंट कर पाएंगे। महिलाएं घर पर तकनीक की मदद से बिजनेस वूमन बन सकती हैं। भारत का आईटी क्षेत्र लाखों को रोजगार देता है। इंटरनेट पैनिटरेशन से नौकरी के प्रति युवा जागरूक हो रहे हैं। कस्बों में रहने वाले युवा क्या कुछ नहीं कर रहा है। हम गर्व से कह सकते हैं कि भारत आगे बढ़ रहा है।