L19 DESK : झारखंड के 40 हजार से अधिक सरकारी स्कूलों में से 30 फीसदी स्कूलों में तड़ित चालक नहीं हैं। आकाशीय बिजली के कौंधने से होनेवाली मौतें भी थमने का नाम नहीं ले रही हैं। सरकारी स्कूलों में गरमी की छुट्टी समाप्त होने के बाद कक्षाएं शुरू हो गयी है। मौसम विभाग ने राज्य की राजधानी समेत कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट घोषित किया है और कहा है कि 25 जून से राज्य भर में जम कर बारिश होगी। वैसे राजधानी रांची, पलामू, हजारीबाग, चतरा, खूंटी, सिमडेगा, लोहरदगा, चाईबासा और अन्य जिलों में झमाझम बारिश के साथ आकाशीय बिजली भी खूब कौंधती है। भारी बारिश के बीच बिजली गिरने की भी बात कही गयी है।ऐसे में स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग को आकाशीय बिजली से निबटने की चिंता सताने लगी है।
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता सचिव की मानें तो स्कूलों में तड़ित चालक जल्द ही लगाए जाएंगे। इसके लिए प्रस्ताव तैयार हो गया है। जब तक स्कूलों में तड़ित चालक नहीं लगते तब तक मॉनसून के दौरान बिजली गिरने का खतरा बना रहेगा। 10 सालों में 18 जिलों के 11 हजार 500 से अधिक विद्यालयों में तड़ित चालक चोरी हो गये हैं। विद्यालय संचालन समिति की ओर से तड़ित चालकों की चोरी को लेकर प्राथमिकी भी दर्ज करायी गयी है। पर इसका फलाफल अब तक नहीं मिला है। सबसे अधिक पलामू जिले में बिजली गिरने को रोकने के लिए लगनेवाले तड़ित चालक की चोरी हुई है।
जिले के 17 सौ विद्यालयों में तड़ित चालक गायब हो गये हैं। हजारीबाग में 1324 विद्यालयों से तड़ित चालक चोरी की जा चुकी है। राजधानी रांची के 1158 विद्यालयों में यह उपकरण नहीं हैं या चोरी हो गये हैं। इसी तरह लातेहार से 100, रामगढ़ से 560, गुमला से 342, सिमडेगा से 135, गढ़वा से 107, लोहरदगा से 162, गोड्डा से 450, जामताड़ा से 850, पाकुड़ से 400, जमशेदपुर से 910, देवघर से 508, धनबाद से 368, बोकारो से 680, साहिबगंज से 590 और चतरा से 1200 तड़ित चालक चोरी हो चुके हैं। 14 साल पहले मार्च 2009 में झारखंड हाईकोर्ट ने छह महीने के भीतर स्कूलों में तड़ित चालक लगाने का आदेश दिया था। तब शिक्षा परियोजना की ओर से ग्राम शिक्षा समिति को 34 हजार रुपये प्रति तड़ित चालक उपलब्ध कराया गया था। हाईकोर्ट के आदेश के बाद स्कूलों में तड़ित चालक लगाया भी गया। तब भी बड़ी संख्या में स्कूल तड़ित चालक विहिन ही रहे। जिन स्कूलों में लगा वहां से चोरी हो चुके हैं।