L19 DESK : आज के समय में ज्यादातर लोग कैशलेस रहना ज्यादा पसंद करते है और कोरोना के बाद से UPI जैसे भुगतान दौर चल रहा है लेकिन फिर भी कभी न कभी कैश की जरूरत हो जाती है। जिस में सबसे आसान उपाय है ATM से पैसे निकालना। जरूरत पड़ने पर कई को लोग कैश निकालने के लिए एटीएम का प्रयोग करते है यह नकद प्राप्त करने का सबसे आसान तरीका होता है।कई बार ऐसा भी होता है कि ट्रांजेक्शन करने पर भी एटीएम से पैसे नहीं निकाल पता है।
जिससे कोई चिंता की बात नहीं होती है क्योंकि कई बार यह तकनीकी खराबी की वजह से होता है। चिंता की बात तब होती है जब एटीएम आपके लेन-देन को असमर्थ हो जाती है।उसके बाद आपको एक एसएमएस मिलती है की आपके खाते से पैसा काट ली गया है। यह एक नाजुक स्थिति है और ज्यादा परेशानी तब होती है जब निकाली गई पैसा अधिक हो। ऐसी स्थिति में नीचे बताए गए जानकारी से आपको मदद मिल सकता है।
आखिर ऐसी स्थिति आती ही क्यों है
ऐसी स्थिति मुख्य रूप से दो कारणों से होती है, जब आपके अकाउंट से पैसे काट लिए जाते हैं, पर एटीएम सेकैश प्राप्त नहीं होता है। सबसे पहली स्थिति होती है तकनीकी खराबी। जिससे एटीएम दोषपूर्ण हो सकता है और आमतौर पर सामान्य प्रक्रिया के तहत बैंक नियमित अंतराल पर अपनी मशीनों की जांच करके इसे ठीक कर दिया जाता है। साथ ही अगर पैसे कट गए हैं तो यह आपके खाते में खुद से ही वापस जमा हो जाते हैं।
दूसरी स्थिति में धोखाधड़ी के कारण ऐसा हो सकता है तो जिसमें जालशाज एटीएम में छेड़छाड़ करके इसका पयोग आपके कार्ड को ‘क्लोन’ किया जाता हैं उसके बाद में आपके खाते से पैसा निकालना आसान हो जाता है। दोनों ही स्थित में अगर आपके अकाउंट से पैसे कटा है तो कुछ जरूरी काम करने चाहिए।
बैंक शाखा जा कर पता कारण चाहिए
आप बैंक शाखा भी जा सकते हैं। हेल्पडेस्क पर शिकायत जारी करने के लिए निकटतम शाखा में जाना चाहिए, जहां आपको एक शिकायत ट्रैकिंग नंबर बैंक से दिया जाएगा।
राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग
उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 1986 के तहत स्थापित, ग्राहकों की शिकायतों को हल करने के लिए एक अर्ध-न्यायिक निकाय है और यह आपकी ओर से कदम उठाए गया । इसके अलावा, कानूनी रास्तों को भी अपनाया जा सकता है। यदि आपके मामले में एक या एक से अधिक महीने तक कोई प्रगति नहीं होती है, तो आप अपनी ओर से कार्रवाई करने के लिए कानूनी परामर्शदाता को नियुक्त किया जा सकता हैं।