L19 DESK : देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए केन्द्रीय स्वास्थय मंत्री ने अस्पतालों में तैयारियों का जायजा लेने के लिए 10 और 11 अप्रैल को देश भर में मॉक ड्रिल का आयोजन कर रही है। इसमें सरकारी और निजी दोनों प्रकार के स्वास्थ्य केंद्रों को भी शामिल किया जाएगा।
मनसुख मांडविया मॉक ड्रिल का निरीक्षण करेंगे
रविवार को अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया मॉक ड्रिल का निरीक्षण करने 10 अप्रैल को झज्जर के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) जाएंगे। मनसुख मांडविया ने सात अप्रैल को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ समीक्षा बैठक की थी।
उन्होंने राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों से अस्पताल जाने तथा मॉक ड्रिल का निरीक्षण करने का आदेश दिया है। केंद्रीय मंत्री ने उन्हें आठ तथा नौ अप्रैल को जिला प्रशासन तथा स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ तैयारियों की समीक्षा करने की भी सलाह दी थी। उन्होंने राज्यों को सतर्क रहने, टेस्टिंग व जिनोम सिक्वेंसिंग बढ़ाने, अस्पतालों को तैयार रखने और दवाओं का स्टाक बनानेका निर्देश दिया था ।
24 घंटे में कोरोना के 5,357 नए मामले दर्ज किए गए
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को बताया कि देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 5,357 नए मामले दर्ज किए गए हैं। सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 32,814 हो गई है। कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़कर 5,30,965 हो गई है। मृतकों में गुजरात के तीन, हिमाचल प्रदेश के दो और बिहार, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, ओडिशा तथा उत्तर प्रदेश के एक-एक मरीज शामिल हैं। इसके अलावा, केरल ने संक्रमण से मौत के मामलों का पुनर्मिलान करने के बाद मृतकों की लिस्ट में एक और मामला जोड़ा है।
मॉक ड्रिल क्या है?
मॉक ड्रिल किसी भी आपदा से निपटने के लिए की जानेवाली ऐसी प्रैक्टिस है जिसमें यह दिखाया जाता है कि आपदा आने पर उससे निपटने के लिए वे किस तरह के और कौन- कौन से जरूरी कदम उठायेंगे। सुरक्षा की दृष्टि से दुनिया भर के स्कूल, कॉलेज, अस्पतालों, अपार्टमेंट, उधयोगों और अंगठनो में मॉक ड्रिल आयोजित किया जाता है । यह प्रैक्टिस बिल्कुल रियल लगती है । जिससे निपटने के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार किया जाता है ।