L19/Desk : आदिवासी सरना धर्म कोड की मांग को लेकर 12 मार्च को मोरहाबादी मैदान में होनेवाली महारैली को सफल बनाने के लिए शुक्रवार को आदिवासी छात्र संघ ने बैठक हुई । बैठक केंद्रीय अध्यक्ष सुशील उरांव की अध्यक्षता में केंद्रीय कार्यालय करम टोली में हुई । बैठक में जिला, प्रखंड व विश्वविद्यालय कमेटी के पदधारी मौजूद थे । बैठक में इसके साथ साथ कई अहम विषयों पर चर्चा की हुई । महारैली में बढ़-चढ़कर शामिल होने का आदेश दिया गया ।
केंद्रीय अध्यक्ष सुशील उरांव ने कहा कि 2001 की जनगणना में आदिवासी छात्र संघ ने नारा दिया था कि सरना कोड नहीं तो जनगणना नहीं । जिसका परिणाम रहा कि 2001 और 2011 की जनगणना में अन्य के कॉलम में सरना लिखा गया ।
सरकार 3 साल से युवाओं को ठगने का काम कर रही है
बैठक में केंद्रीय मीडिया प्रभारी ने कहा कि राज्य सरकार झारखंडियों के साथ भद्दा मजाक कर रही है । 3 साल से युवाओं को ठगने का काम की है । यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा । सरकार तुरंत खतियान आधारित स्थानीय नीति बनाकर ग्रुप बी तक की नियुक्ति में झारखंडियों को स्थान दे। बैकलॉग की नियुक्तियों को तुरंत भर्ती करें ।
बैठक में केंद्रीय उपाध्यक्ष सह पूर्व सिमडेगा जिला अध्यक्ष प्रदीप टोप्पो, केंद्रीय मीडिया प्रभारी सुमित उराव, रांची जिला अध्यक्ष राजू उरांव, लोहरदगा जिला महासचिव फूलचंद उराव, किस्को प्रखंड अध्यक्ष दुर्गा भगत, रांची विश्वविद्यालय अध्यक्ष मनोज उरांव, श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के अध्यक्ष निखिल कुमार टोप्पो, नगड़ी प्रखंड अध्यक्ष महादेव उरांव, उपाध्यक्ष महादेव उरांव, अजय कुमार भगत, रातू प्रखंड अध्यक्ष रमेश मुंडा, राजेश उरांव, विनोद कुजूर, कार्तिक उरांव, राहुल उरांव, आनंद उरांव मौजूद थे ।