L19 DESK : जयराम महतो की पार्टी JLKM यानी झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के नेता इकलाख अंसारी पर रंगदारी मांगने का आरोप लगा है. JLKM नेता पर 50 लाख रुपए रंगदारी मांगने के खिलाफ थाने में प्राथमिकी भी दर्ज कर ली है. इकलाख अंसारी जेएलकेएम के टिकट पर धनबाद सीट से लोकसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं. एकलाख के अलावा जिला परिषद के दो पूर्व सदस्य सहित 17 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है. हालांकि, प्राथमिकी और रंगदारी के आरोपों पर पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष और डुमरी विधायक जयराम कुमार महतो की अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है और ना ही अखलाख के खिलाफ पार्टी ने कोई कार्रवाई की है.
साल 2025 के पहले ही सप्ताह में ही जयराम महतो की पार्टी के नेता पर रंगदारी का आरोप लगना, जेएलकेएम और जयराम महतो के लिए परेशानी का सबब बन सकता है. भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए बनाई गई JLKM पार्टी पर कुछ ही सालों में ऐसे कई आरोप लग चुके हैं. जेएलकेएम के केंद्रीय अध्यक्ष और डुमरी विधायक पर खुद सीसीएल में अवैध आवास कब्जे का मामला बहुत पुराना नहीं हुआ था कि अब जेएलकेएम के लोकसभा प्रत्याशी पर 50 लाख रुपए रंगदारी मांगने का आरोप लगा गया. इससे पहले भी जयराम महतो के करीबी विनोद महतो पर ट्रक रुकवा कर रंगदारी मांगने का आरोप लग चुका है. वहीं, जयराम महतो के करीबी रहे रिजवान अंसारी जो अब जेएमएम में हैं उन पर भी पार्टी में रहते ट्रेक्टर रुकवाकर बालू की अवैध वसूली के जरिए पैसे लेने के आरोप लग चुके हैं. लेकिन हम इस वीडियो में एकलाफ अंसारी पर लगे आरोंपो की बात करेंगे.
दरअसल, गोविंदपुर के परासी गांव स्थित केजी स्प्रिट एलएलपी इथेनाल फैक्ट्री है. इसी फैक्ट्री से 50 लाख की रंगदारी मांगने में झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के नेता इकलाख अंसारी, जिला परिषद के दो पूर्व सदस्य सहित 17 लोगों पर प्राथमिकी की गई है. उनके खिलाफ आग लगाने की कोशिश करने, संपति को नुकसान पहुंचाने, जानलेवा हमला, वसूली, छेड़खानी, पाइपलाइन क्षतिग्रस्त करने एवं ग्रामीणों को भड़काकर फैक्ट्री में तोड़फोड़ करने का भी आरोप है.
बहरहाल, इसके खिलाफ फैक्ट्री के जेनरल मैनेजर राकेश मिश्रा और जलापूर्ति करने वाले कालाचंद कुंभहार ने बीते गुरुवार ही गोविंदपुर थाना में अलग-अलग आवेदन देकर केस दर्ज करा दिया है. आवेदन में जेनेरल मैनेजेर मिश्रा ने कहा है कि 25 दिसंबर को इकलाख अंसारी और उनके लोगों ने फैक्ट्री को घेर लिया था. उस दौरान राड, हथियार एवं मशाल से आतंक मचाया गया. फैक्ट्री प्रबंधन तथा सभी कर्मियों को बंधक तक बना लिया गया. फैक्ट्री में आग लगाने तक की कोशिश की गई. साथ ही 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई.
वहीं, दूसरी प्राथमिकी में कालाचंद ने कहा कि इनलोगों ने मारपीट की और पांच लाख की रंगदारी मांगी. उन्होंने यह भी कहा कि ये लोग एक सप्ताह से रंगदारी को लेकर फैक्ट्री के बाहर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. ग्रामीणों को भड़का रहे हैं जबकि फैक्ट्री में प्रदूषण जैसी कोई समस्या नहीं है. फैक्ट्री से हजारों लोगों को रोजगार मिल रहा है, ये लोग ग्रामीणों को भड़काकर आंदोलन खड़ा कर रहे हैं. वहीं, बीते गुरुवार इनलोगों ने फैक्ट्री के कई कर्मियों के साथ मारपीट तक की. वहीं, जेसीबी से फैक्ट्री की पाइपलाइन को क्षतिग्रस्त कर दिया गया. इससे उत्पादन बाधित हो गया। इससे पूर्व धनबाद के एसडीएम राजेश कुमार और डीएसपी शंकर कामती ने आंदोलनस्थल पर जाकर लोगों को चेतावनी दी थी कि यदि कानून हाथ में लेकर कारखाना बंद कराने की कोशिश की गई तो केस होगा. एसडीएम ने आश्वासन दिया था कि दुर्गंध फैलने की जांच कराई जाएगी, इसके बावजूद तीनों नेताओं ने आंदोलन को हिंसक रूप दिया. खैर, अब देखने वाली बात होगी कि कानून को अपने हाथ में लेने और गंरदारी मांगने के आरोपी JLKM नेता पर जयराम महतो और उनकी पार्टी क्या कार्रवाई करती है.