L19 DESK : जमीन घोटाला मामले में ईडी ने पूछताछ शुरू कर दी है। इस मामले में गिरफ्तार किए गए सात लोगों को ईडी की स्पेशल कोर्ट ने चार दिनों की रिमांड पर भेजा है। जिसके बाद आज से पूछताछ शुरू कर दी गयी है। ईडी उनसे जमीन घोटाला से संबंधित पूछताछ करेगी। गुरुवार को छापेमारी के बाद सात लोगों को ईडी ने गिरफ्तार किया था। जिसे कोर्ट में पेश किए जाने के बाद चार दिनों के रिमांड पर भेजा गया है।निम्न लोगों को ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया प्रदीप बागची,बड़गाई अंचल के सीआई भानु प्रताप प्रसाद,अफसर अली,इम्तियाज अहमद,तलहा खान,फैयाज खान,सद्दाम हुसैन।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को सरकारी जमीन की हेराफेरी के मामले में आईएएस अधिकारी छवि रंजन, अंचल अधिकारी मनोज कुमार सहित जमीन के कारोबार से जुड़े 18 लोगों के कुल 21 ठिकानों पर छापा मारा। छापामारी के दायरे में झारखंड के 18, बिहार के एक और पश्चिम बंगाल के दो ठिकानों को शामिल किया गया है। छवि रंजन फिलहाल समाज कल्याण निदेशक के पद पर पदस्थापित हैं।
जिस लैंड स्कैम मामले में ईडी कार्रवाई कर रही है। आरोपियों से पूछताछ कर रही है, उस स्कैम का खुलासा पहले ही आयुक्त की जांच रिपोर्ट में हो चुका है। सेना के कब्जे वाली जमीन की खरीद-बिक्री मामले में जांच रिपोर्ट में यह बात सामने आ चुकी है कि प्रदीप बागची नाम के शख्स ने फर्जी रैयत बनकर दिलीप कुमार घोष को यह जमीन बेच डाली थी।
इस मामले के संज्ञान में आने के बाद रांची नगर निगम की ओर से बरियातू थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। रांची नगर निगम के कर संग्रहकर्ता दिलीप शर्मा ने जालसाजी के मामले में प्राथमिकी दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि प्रदीप फर्जी दस्तावेज दिखाकर दो-दो होल्डिंग ले लिया था। आयुक्त की जांच में सेना के कब्जे वाली जमीन का असली रैयत जयंत करनाड मिला था।
सेना की कब्जे वाली जमीन को गलत तरीके से बेचे जाने के मामले को लेकर विपक्ष के नेता बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को संबोधित कर लिखा कि अगर आप में थोड़ी भी शर्म बची है तो सेना की जमीन हेराफेरी कर देश से गद्दारी समान काम कर आपकी नाक कटवाने वाले ऐसे अफसर पर कठोर कार्रवाई करिये। जेल भेजिये। नौकरी से बर्खास्त करने का प्रस्ताव केंद्र को भेजिये। यह बात उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में कही है