L19 DESK : पहली जेपीएससी की टॉपर शालिनी विजय, उसके भाई मनीष विजय और मां शकुंतला विजय अग्रवाल की आत्महत्या ने, अब पहली JPSC वाले मामले पर CBI जांच को और अधिक स्ट्रोंग बना दिया है. दरअसल, JPSC की नियुक्तियों में अनियमितता मामले की सीबीआई के द्वारा जांच चल रही है. और शालिनी विजय JPSC की पहली टॉपर भी रही है. सीबीआई जांच के तहत उन्हें भी नोटिस भेजा गया था.
सूत्रों के मुताबिक पुलिस को प्रारंभिक जांच में संकेत मिले हैं कि शालिनी विजय ने सरकारी नौकरी से जुड़े आरोपों के कारण यह सामूहिक आत्महत्या की है. पुलिस का अनुमान है कि मनीष और शालिनी ने पहले अपनी मां की हत्या की, फिर खुदकुशी कर ली. त्रिक्काकारा पुलिस ने मृतकों के मोबाइल फोन, डायरी और कुछ किताबें जब्त की हैं. घटनास्थल से एक सुसाइड नोट भी मिला है. इसमें केवल बहन को सूचित करने की बात लिखी गई है.
आपकी जानकरी के लिए बता दें मनीष की एक बहन विदेश में रहती है. वहीं, शालिनी की माँ शकुंतला के शव पर सफेद वस्त्र बिछाकर फूल चढ़ाए गए थे, जिससे संकेत मिलता है कि उनकी मौत पहले हुई होगी. पुलिस इस पूरे मामले की विस्तृत जांच कर रही है. फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल की जांच की जिसके बाद शवों को पोस्टमार्टम एनांकुलम मेडिकल कॉलेज में भेज दिया गया है.
बता दें कि शालिनी विजय जेपीएससी की प्रथम बैच की टॉपर थी. 2017 में उन्होंने समाज कल्याण विभाग में योगदान दिया. फिर उनका तबादला जिला समाज कल्याण विभाग गढ़वा में हुआ. इसके बाद वह समाज कल्ययाण विभाग के मुख्यालय में सहायक निदेशक के पद पर पदस्थापित हुई. लेकिन, वर्ष 2021 से ही वह छुट्टी पर चली गई थी. वहीँ शालिनी की 2008 में शादी हुई थी लेकिन 2019 से किसी करणवश दोनों अलग हो गए.
पड़ोसियों के मुताबिक शालिनी पिछले तीन वर्षों से अपनी मां को लेकर कोच्ची में भाई मनीष के साथ ही रह रही थीं.जहाँ उन तीनों ने मिलकर सामूहिक आत्महत्या कर लिया. पुलिस ने जांच के दौरान किचन में जले हुए दस्तावेज का ढेर पाया. पर स्पष्ट नहीं है कि इनमें क्या था और इन्हें क्यों जलाया गया. लेकिन इस सामूहिक आत्महत्या ने कई तरह के सवाल जरूर खड़े कर दिए, जिसको लेकर सीबीआई और भी अधिक जोर-शोर से पहली JPSC की नियुक्तियों में अनियमितता मामले पर जांच करते हुए दिखाई दे रही है.