L19 DESK : झारखंड सरकार ने 15 मार्च तक तय लक्ष्य के विरुद्ध कम धान खरीदा है। खाद्य, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले विभाग ने निर्धारित लक्ष्य का 41 फीसदी धान खरीदा है। धान खरीददारी के लिए सभी जिलों में पैक्स के माध्यम से खरीदारी करनी थी । कम खरीददारी की वजह से अंतिम तिथि 15 से बढ़ाकर 31 मार्च भी कर दी गई। अब तक लक्ष्य का 50 प्रतिशत भी धान नहीं क्रय हुआ है। 2023 के लिए झारखंड के 24 जिलों में धान खरीदारी का लक्ष्य 36.30 लाख क्विंटल रखा गया था, लेकिन अब तक मात्र 14.90 लाख क्विंटल ही धान की खरीदारी हो सकी है।
पूर्वी सिंहभूम और चतरा ही ऐसे जिले हैं, जहां लक्ष्य से ज्यादा खरीदारी की गई है। पूर्वी सिंहभूम में 5,00,517 क्विंटल धान खरीदा गया। वहीं, साहिबगंज और दुमका ऐसे जिले हैं, जहां खरीदारी शून्य रही। धान खरीदारी में चतरा, हजारीबाग और गिरिडीह का प्रदर्शन भी ठीक रहा। राजधानी रांची में तीन लाख क्विंटल की जगह मात्र 72691 क्विंटल ही खरीददारी हुई है। गोड्डा में 1838 क्विंटल, खूंटी में 14469 क्विंटल, सिमडेगा में 17513 क्विंटल, हजारीबाग में दो लाख 91 हजार क्विंटल, रामगढ़ में 1.11 लाख क्विंटल, कोडरमा में 62075 क्विंटल, चाईबासा में 51230 क्विंटल धान खरीदी गयी है।
राज्य में 2.29 लाख किसान रजिस्टर्ड, सबसे ज्यादा पूर्वी सिंहभूम में 21735
झारखंड में 2.29 लाख किसान रजिस्टर्ड हैं।
सरकार ने गढ़वा में 12380, चतरा में 10635, कोडरमा में 9143, गिरिडीह में 16453, देवघर में 8466, गोड्डा में 14694, साहेबगंज में 1972, पाकुड़ में 5254, धनबाद में 6943, बोकारो में 5479, गुमला में 12106, सिमडेगा में 11296, प. सिंहभूम में 5443, सरायकेला-खरसावां में 4112, लोहरदगा में 4006, पूर्वी सिंहभूम में 21735, पलामू में 13381, लातेहार में 4217, हजारीबाग में 35678, रामगढ़ में 5663, दुमका में 4046, जामताड़ा में 4529, रांची में 6826 और खूंटी में 4733 किसानों का निबंधन किया गया है।