L19 Desk : जैक मैट्रीक परीक्षा पेपर लीक मामला अब प्रिंस नाम के युवक के कारण उलझता जा रहा है। मैट्रिक परीक्षा के पेपर लीक कराने में प्रिंस नाम के शख्स की भूमिका को अहम माना जा रहा है। लेकिन अब तक प्रिंस नाम के 3 शख्स को गिरफ्तार किया जा चुका है। एक प्रिंस है जो मूक बधिर है, एक है जो उसका मौसेरा भाई है, और एक और प्रिंस है, जो पोल्ट्री फार्म चलाता है। ऐसे में पता लगा पाना मुश्किल हो रहा है कि इनमें से कौन से वाले प्रिंस की पेपर लीक मामले में संलिप्तता है। वहीं, दूसरी तरफ अब मैट्रीक परीक्षा पेपर लीक मामले में सरकार और प्रशासन सख्त हो गयी हैं। अब मामले में एसआईटी और सीआईडी की जांच हो सकती है।
जैक मैट्रीक परीक्षा पेपर लीक मामला दिन प्रतिदिन और पेचिदा होता जा रहा है। एक तरफ पूछताछ और गिरफ्तारियों का सिलसिला जारी है, मगर अब भी पेपर लीक का मूल स्रोत का पता नहीं लग पाया है, जानकारी नहीं मिल पा रही है कि आखिर पेपर लीक कहां से हुआ। हालांकि, देवघर जिले के मधुपुर से जिस प्रिंस नाम के शख्स को गिरफ्तार कर हिरासत में लिया गया है, उसके बारे में कुछ अहम जानकारियां हाथ लगी हैं। प्रिंस मूल रूप से चतरा का रहने वाला है, और देवघर में अपने मामा के यहां रहकर पॉल्ट्री फार्म चलाता है। हालांकि, उसके पकड़े जाने की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है।
फिलहाल, पुलिस प्रिंस से पूछताछ कर रही है। हालांकि, इसके अलावा, कोडरमा पुलिस ने अब तक ऑन रिकार्ड दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसमें मरकच्चों के जामू निवासी प्रशांत कुमार साहा उर्फ प्रिंस और हरलाडीह निवासी आशीष साव शामिल है। इन पर आरोप है कि इन्होंने व्हाट्सएप और यूट्यूब के जरिए प्रश्न पत्र वायरल किया था। देवघर से पकड़ाया कथित प्रिंस पहले से गिरफ्तार प्रशांत साहा का मौसेरा भाई बताया जा रहा है। प्रशांत जामु में प्रज्ञा उच्च विद्यालय के नाम से एक स्कूल चलाता है, साथ ही यूट्यूब पर 10वीं और 12वीं के छात्रों को तैयारी कराता है। पुलिस जांच में सामने आया है कि प्रशांत का रिश्तेदार चतरा निवासी प्रिंस ने आशीष को साइंस के प्रश्नपत्र भेजे थे, जिसे आशीष ने प्रशांत को भेज दिया था।
इसके बाद प्रशांत ने इस प्रश्नपत्र को अपने यूट्यूब चैनल और व्हाट्सऐप ग्रुप पर डाल कर ये दावा किया था कि यही तमाम प्रश्न जैक बोर्ड के साइंस एग्जाम में आने वाले हैं। वहीं, इस मामले में पुलिस को मरकच्चो निवासी और वर्तमान में कर्नाटक में रहने वाले एक मूक बधिर युवक की भूमिका संदिग्ध प्रतीत हो रहा है। इस मूक बधिर युवक का नाम भी प्रिंस है। ऐसे में इस मामले में तीन प्रिंस की भूमिका आने से मामला उलझ गया है।
वहीं, बीते कल 22 फरवरी को मामले में सरायकेला से भी एक युवक की गिरफ्तारी हुई। जमशेदपुर की बिष्टुपुर पुलिस ने सरायकेला निवासी राम महतो को गिरफ्तार किया है, उस पर शनिवार को आयोजित संस्कृत के एग्जाम के फर्जी प्रश्नपत्र को जैक का असली प्रश्नपत्र बता कर सोशल मीडिया पर वायरल करने का आरोप है। उसने 19 फरवरी को ही सोशल मीडिया पर वायरल कर पेपर लीक होने का दावा किया था। हालांकि, उसका ये दावा झूठा निकला, संस्कृत का जो प्रश्नपत्र वायरल हो रहा था, वह फर्जी निकला। इसके अलावा, गढ़वा जिले में कोचिंग संचालकों समेत कई लोगों को हिरासत में लिया गया है। कोडरमा के तार दूसरे जिलों से भी जुड़ते दिख रहे हैं। पिछले दिनों कोडरमा डीसी मेघा भारद्वाज ने भी पेपर लीक के तार कर्नाटक और महाराष्ट्र से जुड़े होने की आशंका जतायी, क्योंकि इससे संबंधित कुछ सबूत भी हाथ लगे थे। अब इस पर जांच पड़ताल जारी है।
दूसरी तरफ, अब राज्य सरकार और प्रशासन पेपर लीक के मसले को बहुत गंभीरता से ले रही है। अब इस मामले में एसआईटी और सीआईडी जांच होगी। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग मामले की एसआईटी और सीआईडी जांच की अनुशंसा गृह विभाग से करेगा। यह अनुशंसा जैक की रिपोर्ट के आधार पर की जायेगी। इस पर सीएम हेमंत सोरेन का फैसला निर्णायक होगा। सीएम ही फैसला करेंगे कि इस पूरे मामले में एसआईटी और सीआईडी की जांच करायी जाये।
इसके अलावा, मैट्रिक परीक्षा के प्रश्नपत्र और फर्जी प्रश्न वायरल करने वाले सोशल मीडिया के चैनल भी बैन किये जायेंगे। ऐसे चैनल को ब्लॉक करने के साथ ही सभी अपलोडेड वीडियो डिलीट किये जायेंगे। जैक अध्यक्ष डॉ नटवा हांसदा ने सभी जिलों के डीसी को ये निर्देश दिया है कि यूट्यूब के साथ-साथ व्हाट्सऐप, टेलीग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स पर भविष्य में इस तरह के कंटेंट अपलोड न हों, ये सुनिश्चित करें।
अब देखना होगा कि जैक मैट्रीक परीक्षा पेपर लीक मामले में आगे और जांच पड़ताल में क्या क्या नये खुलासे होते हैं, और क्या पुलिस इस पेपर लीक के मास्टरमाइंड को पकड़ पायेगी ?