L19 DESK : देर शाम तक प्रवर्तन निदेशालय के क्षेत्रीय कार्यालय में नहीं पहुंचे तत्कालीन उपायुक्त छवि रंजन। इसको लेकर इडी ने उन्हें फिर 24 अप्रैल को हाजिर होने का निर्देश दिया है। पहले 21 अप्रैल को सुबह 11 बज कर 30 मिनट पर इडी कार्यालय में रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन को समन देकर उपस्थित होने को कहा गया था। इस दौरान 21 अप्रैल को अपने वकील के माध्यम से आइएएस छवि रंजन ने पैटरनीटी लीव कारणों से अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं कराते हुए 15 दिनों की मोहलत मांगी। पर इनकी अर्जी को अस्वीकार करते हुए इडी ने 21 अप्रैल को ही शाम चार बजे उन्हें कार्यालय में उपस्थित होने का निर्देश दिया। शाम चार बजे भी आइएएस अधिकारी इडी दफ्तर नहीं पहुंचे। देर शाम तक उनका इंतजार किया गया।
फिर सोमवार 24 अप्रैल को पूछताछ की अवधि तय की गयी। रांची के डीसी रहे छवि रंजन पर सेना के कब्जेवाली जमीन की अवैध जमाबंदी करने, खरीद-बिक्री को बढ़ावा देने के अलावा बड़गाई अंचल, हेहल अंचल के खाता 140 की 7.80 एकड़ जमीन की जमाबंदी कायम करने, टाटीसिलवे में कारोबारी विष्णु अग्रवाल को जमीन देने, कोनका मौजा में राय बहादुर एसएन गांगुली की जमीन का 50 सालों से अधिक का लगान रसीद काटने तथा भ्रष्टाचार के अन्य मामलों में तलाश की जा रही है। बड़गाई अंचल में पांच एकड़ से अधिक भूंईहरी जमीन की गलत बंदोबस्ती करने के भी इन पर आरोप लगे हैं। इडी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नाम अनगड़ा में स्टोन माइंस के खनन पट्टा का नवीकरण करने से भी जुड़े हैं।