L19/Desk. होली को रंगों और उल्लास का पर्व कहा जाता है। पर रंगों के इस त्योहार को महंगाई का तड़का फीका कर रहा है। हरी सब्जियों के भाव अचानक बढ़ गये हैं। जो मटर 25 रुपये किलो तक पांच दिन पहले बिक रहा था। वह रविवार को राजधानी की विभिन्न मंडियों में 40 रुपये किलो तक बिका। फ्रेंच बीन और कैप्सीकम 60 रुपये किलो तक बिक रहा है। होली है, तो सभी के घर में सब्जियों के विभिन्न व्यंजन बनाये जाते हैं। इसके लिए महिलाओं के किचन में बीन से लेकर टमाटर, फूल गोभी, पत्ता गोभी, धनिया पत्ता, आलू, प्याज, कटहल, खीरा, कैप्सीकम की जरूरत होती है।
मटर हर सब्जियों में डाला जाता है, ताकि पनीर-मटर हो अथवा मिक्स वेज. पर जिस तरह होली के तीन दिन पहले मंडियों में सब्जियों के भाव आसमान छू रहे थे। उसको लेकर ग्राहक भी जरूरत के हिसाब से ही खरीददारी कर रहे हैं। जो शिमला मिर्च 30 रुपये किलो बिक रहा था, उसके भाव दोगुने से अधिक हो गये हैं। इसके अलावा फ्रेंच बीन की कीमत रोज नयी ऊंचाईयों को छू रहा है। जो प्याज नासिक में पांच से 10 रुपये बिक रहा है, वह रांची की मंडियों में 20 रुपये किलो बिक रहा है। इतना ही नहीं फूलगोभी वह भी कीड़ा लगा हुआ 20 रुपये में बेचा जा रहा है। अदरक 30 रुपये पाव बिक रहा है।
बर्ड फ्लू के चलते कटहल हुआ महंगा
बाजार में कटहल (जैक फ्रूट) की डीमांड बर्ड फ्लू की वजह से बढ़ गयी है। कटहल 50 से 60 रुपये किलो बिक रहा है। सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि लोग अधिक कटहल खरीद रहे हैं। इसी प्रकार खीरा देशी 60 रुपये किलो, हाइब्रिड खीरा 40 रुपये किलो बिक रहा है। बैंगन 30 से 40 रुपये, कद्दू 40 रुपये तक के भाव में बिक रहा है। सस्ती सब्जी में सिर्फ आलू और प्याज ही है। टमाटर के भाव भी अभी कम हैं।