L19/DESK : कल से शुरू हुए पंचम झारखंड विधानसभा का अंतिम बजट सत्र में विधानसभा अध्यक्ष ने विधायकों को स्मरण कराते हुए कहा कि पिछले चार वर्षों के दौरान राज्य सरकार ने विधानसभा चुनाव में किए गए अपने वादों के अनुरूप कार्य किया है और अपनी योजनाओं और उनके क्रियान्वयन में राज्य के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के हितों की रक्षा को ध्यान में रखते हुए कार्य किया है।
उन्होंने कहा कि राज्य की जनता ने जो जनमत दिया था, वह बिल्कुल स्पष्ट था, परंतु राज्य की विभिन्न राजनीतिक परिस्थितियों के कारण जो अस्थिरता उत्पन्न हुई है। इसी कारण आज उसी जनमत पर आधारित एक नई सरकार इस सत्र में अपना बजट प्रस्तुत करने जा रही है। उन्होंने नई सरकार के साथ-साथ मंत्रिमंडल में नए चेहरे के रूप में सम्मिलित किए बसंत सोरेन तथा दीपक बिरूवा को भी शुभकामनाएं दी।
स्पीकर ने सदस्यों से कहा कि बजट सत्र राज्य के आय-व्यय का दर्पण होता है, जिसके माध्यम से उन्हें सरकार के वित्तीय प्रबंधन की समीक्षा करने क अवसर मिलेगा। जिन क्षेत्रों में विकास की अधिक ध्यान देने की जरूरत है, सदस्य उनके लिए अधिक राशि का प्रविधान करने का सुझाव सरकार को दें।बजट प्रस्ताव तथा कटौती प्रस्ताव पर उनके जो सुझाव आएंगे, उन्हें आनेवाले वित्तीय वर्षों के बजट में सम्मिलित कर उनकी भूमिका को सुनिश्चित किया जा सकता है।