L19 BOKARO : बोकारो स्टील प्लांट के लगभग 40 हजार आवासों में 4 हज़ार पर अवैध कब्जा है। शहर के 12 सेक्टरों में फैले इन आवासों का आवंटन और रखरखाव का काम नगर सेवा भवन के जिम्मे है। लेकिन विभाग के कुछ लोगों की मिलीभगत से कई ऐसे रैकेट पनप गए हैं, जो आवासों पर कब्जा कर मोटी कमाई करते हैं। इन अवैध कब्जाधारियों से किराया वसूली के लिए कई गैंग भी सक्रिय हैं। बताया जाता है प्रबंधन के दस्तावेजों में आवासों को डैमेज घोषित कर दिया जाता है और उसे आवास कब्जा करने वाले गैंग के हवाले कर दिया जाता है।
हर माह होती है करोड़ों की कमाई
आवास कब्जा गैंग आवासों पर कब्जाकर बाहरी लोगों को भाड़े पर देकर मोटी कमाई करते हैं। इसका बड़ा हिस्सा नगर सेवा विभाग के कुछ लोगों की जेब में भी जाता है। हांलाकि बीच-बीच में अवैध कब्जा हटाने के नाम पर कुछ लोगों के आवास खाली भी कराया जाता है, लेकिन फिर उसमें कब्जा हो जाता है। इस खेल में हर माह करीब डेढ़ से दो करोड़ का अवैध कमाई का खेल अधिकारियों और दलालों की टीम करती है। इस पूरे खेल में विभाग के कुछ अधिकारी, राजनीतिक दलों के नेता, यूनियनों के कुछ नेता और शहर में सक्रिय रंगदारों की टोलियां शामिल रहती हैं। हांलाकि इस विषय पर विभाग का कोई भी अधिकारी अपना पक्ष देने को तैयार नहीं है।
अभियान चला कर हटाया जाता है अवैध कब्जा : अधिकारी
बोकारो स्टील प्लांट के संचार प्रमुख मणिकांत धान ने बताया कि अवैध कब्जा वाले आवासों को मुक्त कराने का अभियान संपदा न्यायालय की कोर्ट से ऑडर पारित करने के बाद चलाया जाता है। कोर्ट के आदेश के बाद दंडाधिकारियों की उपस्थिति में कब्जा खाली कराया जाता है। इसमें अवैध कब्जाधारी का समान भी जब्त कर लिया जाता है।