L19/Ranchi : राज्य के वरिष्ठ आइएएस अधिकारी राजीव अरुण एक्का ने 27 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय (इडी) के सवालों का जवाब नहीं दिया। इडी की तरफ से मनी लाउंड्रिंग, राज्य में पावर ब्रोकरों के जरिये ट्रांसफर पोस्टिंग करने, बड़े ठेका देने समेत पावर ब्रोकर विशाल चौधरी, नीशित केशरी, प्रेम प्रकाश के संबंधों की जानकारी आइएएस अधिकारी राजीव अरुण एक्का से मांगी गयी।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को झारखंड के पूर्व गृह सचिव राजीव अरुण एक्का सुबह बज कर 15 मिनट पर पहुंचे थे। 10 घंटे से अधिक समय तक इडी के अधिकारियों ने उनसे पूछताछ की, लेकिन उन्होंने किसी भी सवाल का संतोषजनक जवाब नहीं दिया। उन्हें एक बार मंगलवार को हाजिर होने का निर्देश दिया है।
जांच एजेंसी ने एक्का से नेताओं और नौकरशाहों के राजदार विशाल चौधरी से संबंधों पर सवाल पूछा। उन्हें विशाल के मोबाइल से बरामद वीडियो दिखाया, जिसमें वे मौजूद थे। विशाल के यहां से बरामद ट्रांसफर-पोस्टिंग और भुगतान से संबंधित कागजातों पर भी सवाल पूछे गए। विशाल के घर से सरकारी फाइलों की बरामदगी पर एक्का ने कहा कि ये फाइलें वहां कैसे पहुंची, यह मुझे नहीं पता। इसकी जांच करके ही कुछ बता पाएंगे।
भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने कुछ दिन पहले एक वीडियो क्लिप जारी की थी, जो विशाल चौधरी के ऑफिस का बताया गया था। उस वीडियो में एक्का सरकारी फाइलें निपटाते दिख रहे थे। वीडियो में पैसों के लेन-देन की बात भी हो रही थी। ईडी ने पूछा कि वे वहां क्या कर रहे थे? इसका भी संतोषजनक जवाब नहीं दिया।
उनसे पूछा गया कि क्या विशाल चौधरी के साथ कोई व्यावसायिक संबंध भी है? तो एक्का ने इनकार कर दिया। पिछले साल मई में ईडी ने विशाल चौधरी के अशोक नगर स्थित आवास पर छापेमारी की थी। वहां से कई अहम दस्तावेज मिले थे। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में संदिग्ध विशाल चौधरी और राजीव अरुण एक्का को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ करने की तैयारी चल रही है। इसके लिए जल्दी ही दोनों को समन जारी किया जा सकता है