L19/Ranchi : झारखंड पुलिस के सीनियर पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) की भारतीय पुलिस सेवा संवर्ग में प्रोन्नति का मामला अभी भी लटका हुआ है. गृह विभाग की तरफ से आइपीएस रैंक में प्रमोशन की संचिका संघ लोक सेवा आय़ोग (यूपीएससी) को स्पष्टीकरण मांगे जाने के बाद भी नहीं भेजी गयी है । गृह विभाग की तरफ से पिछले वर्ष अगस्त 2022 माह में प्रोन्नति से संबंधित फाइल यूपीएससी को भेजा गया था ।
इसमें यूपीएससी ने कुछ कमी पायी थी, जिसके बाद इस कमी को दूर करके दोबारा फाइल भेजने का निर्देश दिया । इस संबंध में गृह विभाग ने दिसंबर 2022 में फिर यूपीएससी को फाइल भेजी । गृह विभाग द्वारा भेजी गयी फाइल में यूपीएससी ने फिर कुछ त्रुटियों को दूर करके फिर से तीन जनवरी 2023 को फाइल भेजने को कहा । ढाई महीने बीत जाने के बाद भी गृह विभाग ने फाइल नहीं भेजी है ।
पिछले महीने यूपीएससी द्वारा फाइल भेजने को लेकर रिमाइंडर भी किया गया । लेकिन गृह विभाग ने अब तक फाइल नहीं भेजी है । प्रोन्नति पानेवाले पुलिस उपाधीक्षकों में सेकेंड जेपीएससी के दो, थर्ड जेपीएससी के 38 और खेल कोटा से प्रोन्नत दो डीएसपी यानी कुल 42 डीएसपी शामिल हैं । सरकार की तरफ से तय की गयी सूची में अंतिम रूप से 32 के नाम का ही चयन किया गया ।
थर्ड जेपीएससी के 38 डीएसपी भी साढ़े 11 साल की सेवा कर चुके हैं । जबकि डीएसपी से आईपीएस संवर्ग में प्रोन्नति के लिए डीएसपी संवर्ग में आठ साल की सेवा देना अनिवार्य है । इस तरह ये डीएसपी एक जनवरी 2019 से ही आईपीएस संवर्ग के लिए योग्य हो गये हैं ।