L19 DESK : शुक्रवार शाम को अचानक तिहाड़ जेल में दो गुटों के बीच गैंगवार की घटना हुई, इसमें लॉरेंश बिश्नोई गैंग के गैंगस्टर प्रिंस तेवतिया की हत्या कर दी गई। इस लड़ाई में चार अन्य कैदी भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। ज्ञात हो कि गैंगवार के दौरान कुछ लोगों ने प्रिंस तेवतिया पर हमला कर दिया था, इस दौरान प्रिंस पर 5 से 7 बार चाकुओं से वार किया गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
पुलिस को जब इसकी सूचना मिली तो उसने जेल नंबर 3 में जाकर देखा, जहां पर प्रिंस घायल पड़ा था और उसके साथ अन्य लोग भी घायल पड़े थे। पुलिस ने सभी घायलों को तुरंत ही दिल्ली के दीन दयाल अस्पताल पहुंचाया जहां पर प्रिंस तेवतिया को मृत घोषित किया गया है।अन्य घायलों का इलाज किया जा रहा है, इस गैंगवार में रोहित चौधरी गैंग का नाम सामने आ रहा है।
इस घटना के बाद हरिनगर थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।
हिरासत में हुई हत्या का मामला होने के कारण मामले की मजिस्ट्रेट जांच भी होगी। जेल प्रशासन के अनुसार घटना तब हुई, जब प्रिंस व अताउर रहमान नामक कैदी अपने बैरक से बाहर वार्ड के कामन एरिया में चहलकदमी कर रहे थे। आरोप है कि प्रिंस ने पहले अब्दुर रहमान पर नुकीले हथियार से वार किया, इसके जवाब में अब्दुर रहमान ने प्रिंस पर वार करना शुरू किया.शोर-शराबा होता देख प्रिंस व अताउर रहमान के साथी दोनों वहां पहुंचे और दोनों गुटों में झड़प शुरू हो गई. इस दौरान किसी ने सुआ तो किसी ने चाकू का इस्तेमाल कर एक दूसरे पर जमकर वार किया।
जब तक वहां जेलकर्मी पहुंचते, तब तक मामला हाथ से निकल चुका था. चार कैदी गंभीर रूप से घायल हो चुके थे।
दिल्ली कैंट थाना क्षेत्र में फॉर्च्यूनर कार लूटने के मामले में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने प्रिंस को गिरफ्तार किया था। दिसंबर महीने में प्रिंस तिहाड़ जेल आया था, प्रिंस दक्षिणी दिल्ली इलाके में काफी सक्रिय था। बाद में कुख्तात बदमाश लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से ही इसका संपर्क हो गया। सूत्रों का कहना है कि किसी मामले में अक्टूबर महीने में प्रिंस जेल में बंद था, उस दौरान भी इस पर जेल में हमला करवाया गया था।
प्रिंस तेवतिया अपराध की दुनिया में अपना नाम बनाने के लिए एक के बाद वारदात को अंजाम दे रहा था। इसी दौरान वह गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के संपर्क में आया था, जिसके बाद अपराध के दुनिया में उसने अपना सिक्का जमाया। बड़े गैंगस्टर से हाथ मिलाने के बाद उसके गैंग की धमक भी बढ़ गई थी। पिछले वर्ष द्वारका में पुलिस ने मुठभेड़ के बाद जब उसे गिरफ्तार किया था तो उसके पास से कई आधुनिक हथियार भी बरामद हुए थे। वह वर्ष 2008 में पहली बार एक झगड़े के मामले में गिरफ्तार हुआ था।
गौरतलब है कि अक्टूबर 2019 में स्पेशल सेल ने मुठभेड़ के बाद प्रिंस तेवतिया को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस को सूचना मिली थी कि प्रिंस 23 अक्टूबर को महिपालपुर आने वाला है। जिसके बाद स्पेशल सेल ने उसे पकड़ लिया था। पुलिस के अनुसार, पहले प्रिंस एक चालक का काम करता था, जबकि उसके पिता सरकारी विभाग में माली का काम करते थे।किसी बात को लेकर उसके पिता का एक शख्स से झगड़ा हुआ था, इसके बाद प्रिंस ने गोली मारकर उस शख्स की हत्या कर दी थी। इस मामले में अंबेडकर नगर पुलिस ने उसे गिरफ्तार भी किया था। चार साल जेल में रहने के बाद उसने साल 2014 में अपना गैंग बना लिया था।