
L19 DESK : पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान अब चुनाव नहीं लड़ पायेंगे। तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले में पाकिस्तान की एक ट्रायल कोर्ट ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को बड़ा झटका दिया है। मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने इमरान खान को तीन साल जेल की सजा सुनाई है। इससे पहले इमरान खान के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही पर रोक लगाने की याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दी थी। वहीं पुलिस ने इनके खिलाफ अब गिरफ्तारी की वारंट जारी कर दी है।
इस्लामाबाद के ट्रायल कोर्ट ने इमरान खान को तीन साल की सजा के साथ –साथ एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। इमरान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) के मुताबिक जमां पार्क स्थित उनके घर से गिरफ्तार कर लिया गया है। अब कोर्ट के फैसले के बाद उनके राजनीतिक कैरियर में संकट आता दिखाई दे रही है क्योंकि अब वे अगले 5 सालों तक कोई भी चुनाव नहीं लड़ सकेंगे। इमरान खान के खिलाफ इस्लामाबाद पुलिस ने गिरफ्तारी का वारंट जारी किया था
बता दें, तोशाखाना से अपने पास रखे उपहारों का विवरण ‘जानबूझकर छिपाने’ का आरोप पीटीआई (पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी) प्रमुख इमरान पर लगा था।
इस्लामाबाद के ट्रायल कोर्ट ने आरोप साबित होने के बाद ही अपना फैसला सुनाया है। इससे पहले इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने मामले में इमरान खान को राहत से इनकार कर दिया था जिसके बाद उसने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने भी इमरान की राहत की मांग वाली याचिका को खारिज कर दी थी. पिछले साल 21 अक्टूबर को पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने पाक के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को तोशाखाना मामले में झूठे बयान और गलत घोषणा करने के लिए अयोग्य घोषित कर दिया था। वहीं मई महीने में ट्रायल कोर्ट ने मामले में पीटीआई प्रमुख को दोषी ठहराया था।
जानें क्या है तोशाखाना मामला..
बता दें, ‘तोशाखाना’ पाकिस्तान में एक सरकारी विभाग है। जिसमें दूसरे सरकारों के प्रमुखों, विदेशी हस्तियों के द्वारा राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, सांसदों, नौकरशाहों और अधिकारियों को दिए गए उपहारों को रखा जाता है। वहीं, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहते इमरान खान पर तोशाखाने में रखे गए उपहारों को कम कीमत में बेच दिया था। 2018 में देश के प्रधानमंत्री के तौर पर यूरोप और खासकर अरब देशों की यात्रा के दौरान इमरान खान को काफी कीमती तोहफे मिले थे. इमरान ने कई सारे उपहारों को डिक्लेयर ही नहीं किया. जबकि कई उपहारों को असल के काफी कम कीमत पर खरीदा और उन तोहफों को देश से बाहर जाकर बड़ी कीमत पर बेच दिया था।
