L19 Desk : नई दिल्ली स्टेशन पर शनिवार 15 फरवरी की रात को महाकुंभ जाने वाली भीड़ अनियंत्रित हो गयी, जिसके कारण स्टेशन में भगदड़ मच गई। हादसे में 10 महिलाओं, 3 बच्चों समेत 18 लोगों की मौत की खबर सामने आयी है। यह हादसा प्लेटफार्म 13 और 14 पर रात करीब 10 बजे हुआ, जब हजारों श्रद्धालु महाकुंभ जाने के लिए स्टेशन पर एकत्रित हुए थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अचानक ट्रेन का प्लेटफार्म बदलने से यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई और भीड़ ने भगदड़ का रूप ले लिया।
भगदड़ में घायल हुए लोगों को लोकनायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे में घायल हुए यात्री मदद के लिए इधर-उधर भटक रहे थे, तो दूसरी तरफ घायल दर्द से चीख रहे थे। अपनों को अस्पताल पहुंचाने के लिए स्वजन मददगार ढूंढ रहे थे। लेकिन, आलम यह था कि उन्हें न तो मदद के लिए जवान मिल रहे थे और न ही कहीं एंबुलेंस मिली।ऐसे में कोई पैदल तो कोई निजी वाहनों से अपनों को अस्पताल पहुंचाने की कोशिश में जुटा हुआ था। ये हालात तब थे, जबकि प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों को लेकर स्टेशन पर पिछले कुछ दिनों से लगातार भीड़ बढ़ रही थी। लापरवाही का आलम यहां तक था कि भगदड़ से घायल हुए लोगों को अस्पताल ले जाने के लिए भी कोई इंतजाम नहीं थे, जिससे कई लोग समय पर अस्पताल नहीं पहुंच सके।
बाद में स्टेशन पर आरपीएफ और एनडीआरएफ की टीम पहुंची, वहीं, भीड़ को नियंत्रित करने के बाद स्पेशल ट्रेन चलाई गई।
हालांकि, भगदड़ से पहले रेलवे पुलिस की तरफ से सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किये गये थे, जबकि भीड़ की हालत देखते हुए अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि वहां कम से 30 से 40 पुलिस जवानों की तैनाती होनी चाहिये थी। प्रशासन भी तब जागा जब लोकनायक अस्पताल में पहुंचने वाले घायलों में 18 लोगों की मौत की पुष्टि हो गई।
हादसे के कारणों को लेकर जुटाई गई जानकारी में सामने आया है कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन शाम को आठ बजे के बाद प्रयागराज के लिए अधिकतर ट्रेनें रवाना होती हैं। ये ट्रेन प्लेटफार्म नंबर 12 से लेकर प्लेटफार्म नंबर 16 के बीच के सभी प्लेटफार्म पर से रवाना की जाती हैं। शाम आठ बजे से जब ट्रेन जाने का सिलसिला शुरू होता है, इसके पहले से ही प्लेटफार्म पर भीड़ भी बढ़ने लगती है। रेलवे स्टेशन के जानकारों की मानें तो पिछले कुछ दिनों से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर से प्रयागराज जाने वालों की भीड़ लगातार बढ़ रही है।
वहीं, इस हादसे पर पीएम मोदी और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने दुख जताया है।