- इन दोनों अंचलों में सबसे अधिक भूमि घोटाले और फरजीवाड़ा की मिली है शिकायतें
- नामकुम के पूर्व हल्का कर्मचारी (अब सीओ) शशि भूषण सिंह भी हैं जांच के दायरे में
- इडी के पास आय से अधिक संपत्ति और पत्नी के नाम से बेनामी संपत्ति खरीदने की हुई है कई शिकायतें
- शशि भूषण सिंह के कहने पर बड़गाई अंचल के भानू प्रताप ने इडी को दिया था गलत एफीडेविट
L19/Ranchi : राजधानी रांची में हुए भूमि घोटाले के नवीनतम प्रकरण में अब शहर के दो अंचलों के कागजातों की भी जांच होगी। प्रवर्तन निदेशालय (इडी) की तरफ से राजधानी के भूमि घोटाले की जांच की जा रही है। इडी के अधिकारी रांची के शहर अंचल और नामकुम अंचल को जांच के दायरे में ला रहे हैं, क्योंकि यहीं से सबसे अधिक गड़बड़ी की शिकायतें मिली हैं। इसमें चेशायर होम रोड स्थित एक एकड़ से अधिक की जमीन, नामकुम के पुगड़ू मौजा में 9.30 एकड़ जमीन, सेना के कब्जे वाली बरियातू रोड की 4.55 एकड़ जमीन, सेना के कब्जेवाली सिरमटोली की पांच एकड़ से अधिक जमीन और अन्य शामिल हैं।
ये सभी जमीन पावर ब्रोकर प्रेम प्रकाश, कारोबारी विष्णु अग्रवाल, कोलकाता से फरजी डीड बनानेवाले गिरोह की कारगुजारियों से बेचे गये हैं। अधिकतर जमीन कारोबारी विष्णु अग्रवाल ने खरीदी है। बड़गाई अंचल के हल्का कर्मचारी भानू प्रताप को गलत हलफनामा दिलानेवाले शशि भूषण सिंह की भूमिका पर भी जांच की सुगबुगाहट शुरू हो गयी है। सीओ शशिभूषण सिंह के कहने पर हल्का कर्मचारी भानू प्रताप ने इडी में यह हलफनामा दिया था कि चेशायर होम रोड की एक एकड़ जमीन का लगान रसीद अशोक कुमार सिंह नामक हल्का कर्मचारी ने किया था।
इस आधार पर इडी ने पूर्व डीसी छवि रंजन के 18 गुर्गों के यहां की गयी छापेमारी में अशोक कुमार सिंह के यहां भी छापामारी की थी, पर उनके यहां से कुछ नहीं मिला। इडी ने मामले में जांच एजेंसी को सहयोग करने का निर्देश भी अशोक सिंह को दिया था। नामकुम अंचल में हुई है काफी गड़बड़ियां इतना ही नहीं नामकुम अंचल में बसारगढ़, बिरसा मुंडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के लिए ली गयी जमीन के मुआवजे में हुई गड़बड़ी को लेकर अंचल के सभी तत्कालीन अंचल अधिकारी, हल्का कर्मचारी, अंचल निरीक्षकों की भूमिका की भी जांच की जायेगी।
इतना ही नहीं हल्का कर्मचारी रहे शशि भूषण सिंह (वर्तमान में अंचल अधिकारी कटकमदाग) के कार्यकाल के दौरान हुई गैर मजरुआ खास, गैर अजरुआ आम, फरजी तरीके से पंजी-2 में छेड़-छाड़ कर पैसे लेकर गलत रैयतों का नाम चढ़ाने, आय से अधिक संपत्ति अर्जित कर अपनी पत्नी के नाम से दर्जनों डीड बनाने की भी जांच की जायेगी।
वैसे भी शशि भूषण सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार नियंत्रण ब्यूरो (एसीबी), सीबीआइ, इडी में फर्जीवाड़ा करने के कई आवेदन दिये गये हैं। इतना ही नहीं हल्का कर्मचारी रहते हुए संजीवनी बिल्डकोन प्राइवेट लिमिटेड में रातू, नामकुम, ओरमांझी और अन्य जगहों पर 300 करोड़ का घोटाला किये जाने के मामले पर भी इडी जल्द संज्ञान लेगी।