
L19/Ranchi : संथाल परगना में 1000 करोड़ के अवैद खनन मामले में फरार दाहू यादव के बारे में प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को अहम जानकारी दी है। ईडी ने बताया कि दाहू यादव के अवैध कमाई में उसके पिता पशुपति यादव का पूरा सहयोग मिला है। यहा जानकारी ईडी ने सोमवार को ईडी के विशेष अदालत में पशुपति यादव पर दाखिल चार्जशीट में दी है।
ईडी की विशेष अदालत से पशुपति यादव के खिलाफ वारंट जारी होने के बाद साहिबगंज की मुफ्फसिल थाने की पुलिस ने उसे 21 अप्रैल को हिरासत में था। गिरफ्तारी के अगले ही दिन 22 अप्रैल को पशुपति यादव को विशेष अदालत में प्रस्तुत किया गया था, जहां से उन्हें रांची को होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में भेज दिया गया था।
इसके बाद से पशुपति यादव जेल में है। ईडी की टीम ने दो दिनों तक बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार में भी पशुपति यादव से पूछताछ की थी। वहीं, अपनी चार्जशीट में ईडी ने इस बात की पुष्टि की है कि पशुपति यादव अपने बेटे दाहू यादव की काली कमाई का निवेशक था। अवैध पत्थर खनन के जरिये होने वाली काली कमाई जमीन, होटल और अन्य धंधों में लगाया जा रहा था। इस मामले में ईडी ने 8 जुलाई 2022 को जब छापेमारी की थी, तो अवैध कमाई के निवेश से संबंधित भारी मात्रा में दस्तावेज मिले थे।
बताते चलें, अवैध खनन मामले में दाहू यादव, उसका बेटा राहुल यादव और भाई सुनील यादव भी फरार हैं। ईडी ने इन सबके खिलाफ विशेष अदालत से वारंट लिया था। तीनों की तलाश जारी है। वहीं, ईडी की ओर से दाहू यादव के 30 करोड़ की मालवाहक जहाज को भी जब्त किया गया था।
