L19 : झारखंड में करीब 20 हजार डॉक्टर बुधवार को हड़ताल पर बैठ गए । जिसके बाद डॉक्टरों के हड़ताल में जाने से सभी सरकारी अस्पताल और निजी अस्पतालों में ओपीडी सेवा बंद हो गई । जिसके बाद हजारों मरीज बिना इलाज के ही घर वापस लौट गए ।
वही रिम्स से करीब ढाई हजार मरीजों को बिना इलाज कराए लौटना पड़ा ।रिम्स, सदर सहित सभी मेडिकल कॉलेज, क्लिनिक, निजी अस्पताल में इमरजेंसी सेवा छोड़ पूरी चिकित्सीय व्यवस्था बंद रही ।
लगातार हो रहे डॉक्टरों पर हमले को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन झारखंड (आईएमए) और झारखंड राज्य स्वास्थ्य सेवा संघ (झासा) ने बुधवार सुबह से ही रांची के रिम्स और सदर अस्पताल में जमा हुई और सरकार के खिलाफ जमकर हल्ला बोला।
डॉक्टरों ने कहा कि जब तक मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू नहीं किया जाता और डॉक्टर की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की जाती, तब तक आंदोलन चलता रहेगा । इस हड़ताल में एसोसिएशन ऑफ हेल्थकेयर प्रोवाइडर (एएचपीआई) और पैथोलाजी-रेडियोजलाजी सेंटरों ने भी अपना समर्थन दिया है । आईएमए सचिव डॉ. प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि गढ़वा में डॉक्टर के साथ हुई मारपीट की घटना के ठीक बाद राजधानी में हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. अंचल कुमार के ऊपर जानलेवा हमला किया गया ।
प्रदीप कुमार सिंह का कहना है कि इन घटनाओं के बाद भी सरकार व पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई जो काफी चिंताजनक है । पिछले कई महीने से ऐसी दर्जनों घटनाएं हुई है, लेकिन इनके समर्थन में सरकार की ओर से अबतक कोई पहल नही किया गया ।
बता दें कि डॉक्टरों के साथ हुई मारपीट की घटना के बाद आईएमए ने सोमवार को आपातकालीन बैठक बुलाई गई थी । जिसमें निर्णय लिया गया कि डॉक्टर अब आंदोलन करेंगे और इसके बाद भी इंसाफ नहीं मिला तो वे झारखंड छोड़ देंगे ।
सरकार मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करे
राष्ट्रीय सह अध्यक्ष व विमेन डॉक्टर्स विंग आईएमए की प्रदेश अध्यक्ष डॉ. भारती कश्यप ने बताया कि सरकार डॉक्टरों की पुरानी अनसुनी मांग मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट को लगातार सालों से अनदेखा किया जाता रहा है । जिसके वजह से डॉक्टरों के साथ- साथ मरीजों को भी दिक्कत हो रही है ।
उन्होंने कहा कि जब तक मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू नहीं होता, तब तक इस तरह की समस्या होती रहेगी । डॉक्टरों के साथ अभद्र व्यवहार किया जा रहा है, जिसके बाद भी सरकार की ओर से सुरक्षा के कोई इंतजाम नही किया जा रहा
मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग को लेकर हड़ताल पर बैठे चिकित्सक
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