स्पीकर ने भेजा दोनों पक्षों को नोटिस
L19/DESK : झारखंड विधानसभा में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी ) के एकमात्र विधायक कमलेश सिंह के खिलाफ दल-बदल का मामला शुरू हो गया है। विधानसभा अध्यक्ष रबींद्रनाथ महतो के न्यायाधीकरण में 12 अक्तूबर को इस मामले में पहली सुनवाई होगी। स्पीकर के न्यायाधिकरण की ओर से याचिकाकर्ता और प्रतिवादी को इसकी सूचना भेज दी गयी है। एनसीपी विधायक को न्यायाधीकरण की ओर से कहा गया है कि वह पहली सुनवाई में उपस्थित होकर मौखिक या लिखित रूप में स्वयं या अपने अधिवक्ता के माध्यम से जवाब दें। स्पीकर संविधान की 10वीं अनुसूची के आधार पर दल-बदल के मामले की सुनवाई करेंगे।
एनसीपी में टूट-फूट के बाद शरद पवार गुट के विधायक जितेंद्र अवहद ने विधायक कमलेश सिंह के खिलाफ दल-बदल का मामला चलाने का आवेदन झारखंड विधानसभा अध्यक्ष को दिया था। महाराष्ट्र के विधायक की शिकायत पर कमलेश सिंह के खिलाफ दल-बदल की सुनवाई शुरू हुई है। स्पीकर को भेजे शिकायत पत्र में जितेंद्र ने कहा था कि कमलेश सिंह पार्टी लाइन से अलग हट कर पार्टी के नीति-सिद्धांत के विपरीत काम कर रहे हैं। महाराष्ट्र में एनसीपी के कुछ विधायक अजीत पवार के साथ भाजपा गठबंधन की सरकार में शामिल हो गये थे। वहीं शरद पवार गुट इंडिया गठबंधन के साथ है। एनसीपी के चुनाव चिह्न घड़ी पर दोनों ही गुट अपना-अपना दावा कर रहे हैं। झारखंड के विधायक कमलेश सिंह के खिलाफ शिकायत के बाद अजीत पवार गुट के नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री बचाव में सामने आये।
महाराष्ट्र के विधायक जितेंद्र अवहद की शिकायत के बाद स्पीकर रबींद्रनाथ महतो ने 27 सितंबर तक विधायक कमलेश सिंह को लिखित रूप में अपना पक्ष रखने को कहा था। अजीत पवार गुट की ओर से झारखंड विधानसभा को पहले ही साफ कर दिया गया था कि एनसीपी विधायक कमलेश सिंह उनके साथ हैं. एनसीपी विधायक ने भी नोटिस का जवाब देते हुए कहा है कि वह अजीत पवार गुट में हैं।