L19/Ranchi : चक्रधरपुर में बीते शनिवार को एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पैसे की मांग पर केंद्र द्वारा ईडी का डर दिखाए जाने की बात कही थी। साथ ही उन्हें साजिशन जेल भेजे जाने की आशंका जताई थी। सीएम के इस बयान पर प्रदेश भाजपा ने उन पर निशाना साधा है। प्रदेश कार्यालय में रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने सीएम हेमंत सोरेन से यह जानना चाहा कि वह किस आधार पर कह रहे हैं कि उन्हें जेल भेजने की साजिश की जा रही है? इडी द्वारा सिर्फ उन्हें समन किया गया है लेकिन सीएम शायद अपनी अंतरात्मा की आवाज से यह बात कह रहे हैं क्योंकि उसे ही सारी सच्चाई पता होती है।
आगे बीजेपी प्रवक्ता प्रतुल ने कहा कि झारखंड पुलिस भी 41 ए के तहत हजारों नोटिस निर्गत किया करती है। तो ऐसे में एक केंद्रीय एजेंसी के नोटिस से मुख्यमंत्री इतना परेशान क्यों होकर बेचैन दिख रहे हैं? जाहिर है कि मुख्यमंत्री को पता है कि ‘जजमेंट डे’ निकट आ रहा है। सारे घपले, घोटाले का हिसाब देना होगा। मुख्यमंत्री को यह भी पता है कि इसका अंतिम अंजाम क्या होगा इसलिए वह बार-बार जेल जाने की बात कह रहे हैं।
मुख्यमंत्री सोरेन खेल रहें है विक्टिम कार्ड
प्रतुल ने कहा कि मुख्यमंत्री खुद को आदिवासी बता कर विक्टिम कार्ड खेलने की कोशिश कर रहे हैं। पर वह भूल रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो उनसे 28 मार्च, 2010 को एसआईटी ने 10 घंटे तक पूछताछ की थी। उस समय तो उन्होंने अपने पिछड़ी जाति के होने का हवाला देकर यूपीए सरकार पर कोई आरोप नहीं लगाया था। बाद में इस केस में एसआईटी ने मोदी को यूपीए शासन काल में ही क्लीन चिट दे दी जिसे बाद में सर्वोच्च न्यायालय ने भी सही माना।
सीबीआई ने भी गृह मंत्री अमित शाह से 7 अगस्त, 2010 को 9 घंटे तक लंबी पूछताछ की थी। बाद में 1 अगस्त, 2016 को अमित शाह को सुप्रीम कोर्ट से क्लीन चिट मिल गई. उस समय उन्होंने भी कोई विक्टिम कार्ड नहीं खेला। लेकिन मुख्यमंत्री बार-बार विक्टिम कार्ड खेलकर ध्यान बाटने की कोशिश कर रहे हैं। प्रतुल ने कहा कि मुख्यमंत्री अपने स्क्रिप्ट राइटर को बदलें क्योंकि वह बार-बार भाजपा पर 20 साल राज करने का आरोप लगा रहे हैं जबकि इस प्रदेश के 23 वर्षों में 12 साल तक झामुमो, कांग्रेस ने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से राज किया।