L19/DESK : मणिपुर हिंसा की जांच के लिए केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआइ ने स्पेशल इनवेस्टीगेशन टीम (एसआइटी) का गठन किया है। एसआइटी में झारखंड कैडर के आईपीएस अधिकारी सुभाष चंद्र जाट को शामिल किया गया है। 2015 बैच के आईपीएस सुभाष चंद्र जाट को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर सीबीआई में भेजा गया है। इसको लेकर गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने आदेश जारी किया है। जारी आदेश में कहा गया है कि आईपीएस अजय कुमार को मणिपुर हिंसा से संबंधित कांड की जांच के लिए सीबीआई में प्रतिनियुक्ति किया गया था, लेकिन स्वास्थ्य कारणों की वजह से अजय कुमार की प्रतिनियुक्ति निरस्त की जाती है।
उनके स्थान पर आईपीएस सुभाष चंद्र जाट को सीबीआई में प्रतिनियुक्त किया जाता है। बता दें कि मणिपुर हिंसा की जांच पर सुप्रीम कोर्ट खुद नजर रखे हुए हैं। तीन मई को मणिपुर में पहली बार जातीय हिंसा भड़कने के बाद से 160 से अधिक लोग मारे गये थे। वहीं सैकड़ों लोग घायल भी हुए थे। बहुसंख्यक मैती समुदाय की अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में आदिवासी एकजुटता मार्च आयोजित किये जाने के दौरान यह हिंसा भड़की थी. मणिपुर की कुल आबादी में मैती समुदाय के लोगों की संख्या लगभग 53 प्रतिशत है। ये ज्यादातर इंफाल घाटी में रहते हैं, जबकि आदिवासी नगा और कुकी समुदाय के लोगों की संख्या 40 प्रतिशत है और वे ज्यादातर पहाड़ी जिलों में रहते हैं।