राजमहल:22 जुलाई को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का आगमन राजमहल विधानसभा क्षेत्र में हुआ था जिसको लेकर क्षेत्र के लोग काफ़ी उत्साहित थे क्षेत्र से जुड़ी तमाम समस्याओं की चर्चा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन में अपने भाषण में किया चाहे वो गंगा पुल निर्माण की बात हो चाहे वो हॉस्पिटल से जुड़ी समस्या की बात हो , रजिस्ट्री ऑफ़िस की स्थिति में सुधार या फिर भी जर्जर सड़क की बात इन तमाम मुद्दों का ज़िक्र हेमंत सोरेन ने अपने भाषण में किया पर जो क्षेत्र के मुख्य समस्या जर्जर सड़क को लेकर थी कहाँ जा रहा था कि हेमंत सोरेन अगर आते हैं तो इस जर्जर सड़क का शिलान्यास भी उनके हाथों ही होगा पर इसके बावजूद हेमंत सोरेन के आने के बाद जर्जर सड़क का शिलान्यास नहीं किया गया है सूत्रों की मानें तो क्षेत्र के विधायक अनंत ओझा लगातार यह चाह रहे थे कि अगर हेमंत सोरेन सड़क का शिलान्यास कर देते हैं तो सारा श्रेय उनको चला जाएगा इसको लेकर विधायक अनंत ओझा काफ़ी ऐक्टिव मूड में काम कर रहे थे और इसका परिणाम यह हुआ कि हेमन्त सोरेन द्वारा जर्जर सड़क का शिलान्यास नहीं किया गया मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में अपने 14 महीनों के सरकार क़ा भी ज़िक्र किया जब उनकी सरकार 14 महीनों के लिए सरकार बनी थी उस समय भी राजमहल क्षेत्र के लिए उन्होंने काम किया था इस क्षेत्र में बस अड्डा , बाढ से बचने के लिए बोल्डर पिचिंग , वॉटर प्लांट जैसे अनेक कार्य इस क्षेत्र के लिए किये गए थे इसके साथ ही उन्होंने एक एयरपोर्ट बनाने की इच्छा भी इस क्षेत्र में ज़ाहिर की है इसके लिए उन्होंने सकारात्मक पहल भी करना शुरू कर दिया अब देखने वाली बात यह होगी कि आने वाले विधानसभा चुनाव में कौन किस पर भारी पड़ता है वही M T राजा के झारखंड मुक्ति मोर्चा में शामिल होने से क्षेत्र के कार्यकर्ताओं में एक अलग जोश देखने को मिल रहा है वही M T राजा लगातार क्षेत्रों में जाकर लोगों की समस्याओं को सुन रहे हैं और उसका समाधान करने का भी पूर्ण प्रयास कर रहे हैं फ़िलहाल अटकलें लगायी जा रही है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से M T राजा को क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया जा सकता है जिससे निश्चित तौर पर क्षेत्र के मौजूदा विधायक अनंत ओझा की मुश्किलें बढ़ने की पूर्ण आशंका है