L19 DESK : 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री करने जा रहे है। विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति के हाथों नए संसद भवन का उद्घाटन नहीं कराने को लेकर कार्यक्रम का सामूहिक बहिष्कार किया है। विपक्ष ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार राष्ट्रपति का अपमान कर रही है। इस मामले में झारखंड में बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
बाबूलाल मरांडी ने विपक्ष को पाखंडी करार देते हुए ट्वीट कर कहा कि विपक्षियों का पाखंड देखिए। एक आदिवासी समाज की बेटी को देश के सर्वोच्च पर बिठाने की बात आई तो इन्होंने सामूहिक रूप से विरोध किया। यहां तक कि अपना उम्मीदवार खड़ा किया (यशवंत सिन्हा जी) ताकि एक आदिवासी महिला को राष्ट्रपति भवन में जाने से रोका जा सके। आज विपक्ष राष्ट्रपति जी के तथाकथित अपमान की बात कहकर नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार कर रहा है। सोचिए, कितने निकृष्ट और पाखंडी हैं ये लोग।इन्हीं लोगों के लिए प्रेमचंद जी कह गए हैं।
विचार और व्यवहार में सामंजस्य न होना ही धूर्तता है, मक्कारी है”। विपक्ष हम पर आदिवासी विरोधी होने का आरोप लगा रही है लेकिन हम आदिवासी समाज को मुख्यधारा में लाने, उन्हें स्वावलंबी बनाने और उनके चहुँमुखी विकास को लेकर हम सब प्रतिबद्ध हैं।लेकिन आज राज्य में जिनके पास सत्ता है उनके राज में आदिवासियों की क्या दुर्दशा हो रही है? आदिवासी समाज पूरे झारखंड में संकटों का सामना कर रहा है।
पुलिस छोटी सी बात पर आदिवासियों को भेड़ – बकरियों की तरह पिट देती है।उनकी ज़मीनों पर माफिया अवैध कब्जा कर ले रहे हैं।सरकारी योजनाओं का लाभ देने के नाम पर उनसे वसूली हो रही है। संताल परगना में तो आदिवासियों का अस्तित्व ही समाप्त किया जा रहा है, बावजूद इसके इन मुद्दों पर हेमंत जी अपना कंठ कभी नहीं खोलते”।