L19/Palamu : पलामू स्थित लेस्लीगंज के जैप 8 मुख्यालय में जवान अनीश वर्मा की आत्महत्या के बाद आक्रोशित जवानों ने वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ मारपीट कर दी। इस दौरान उन्होंने सर्जेंट मेजर कमलेश दुबे, सहित अन्य पदाधिकारियों की पिटाई कर दी। आत्महत्या व जवानों द्वारा हंगामे की सूचना मिलते ही पलामू जिला के एसपी सह जैप 8 के प्रभारी कमांडेंट चंद्रन कुमार सिन्हा घटनास्थल पर पहुंचे। जिन्हें आक्रोशित जवानों ने घेर लिया और आईआरबी के डीएसपी दीपक कुमार पर अनीश वर्मा को आत्महत्या के लिए उक्साने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की।
मामले पर मृतक के परिजनों ने दंडाधिकारी की मौजूदगी में पोस्टमार्टम के दौरान वीडियोग्राफी कराने के साथ उच्च स्तरीय जांच टीम गठन करने की मांग की है।
आरोपों को गलत बताते हुए डीएसपी दीपक कुमार ने बताया कि उनके जवान अनीश वर्मा के साथ अच्छे संबंध थे। वह 2 दिनों से छुट्टी पर हैं। ऐसे में उनके ऊपर प्रताड़ना का आरोप लगाना बिल्कुल निराधार है। वहीं सर्जेंट मेजर कमलेश दुबे ने कहा कि प्रताड़ना का आरोप लगाकर आक्रोशित जवानों ने उनके साथ मारपीट की, जो कि बिल्कुल गलत है।
वहीं, पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने तत्काल कार्रवाई करते हुए सर्जेंट मेजर कमलेश दुबे पर लगे आरोप के बाद उन्हें निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने घटना में अन्य लोगों के शामिल होने की खबर पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
क्या है पूरा मामला
बता दें कि मृतक अनीश वर्मा जमशेदपुर के बागबेड़ा के निवासी थे। वह इंडियन रिजर्व बटालियन 3 के जवान थे। उनकी तैनाती वर्ष 2015 से ही झारखंड जगुआर में थी। जैप 8 में प्रशिक्षण के बीच अनीश वर्मा को इंचार्ज बनाया गया था। इसके लिए रोज सुबह 5.30 बजे से ही ट्रेनिंग की शुरुआत होती थी।
बुधवार को अनीश अपने टेंट में ही रूक गये जबकि बाकि सभी जवान स्पेशल ट्रेनिंग के लिए पहुंच गए। उसे उठाने के लिए जब उनके साथी टेंट में पहुंचे तो उन्होंने अनीश को फांसी के फंदे से लटका हुआ पाया। मगर उनकी नब्ज चल रही थीं, जिसे देखते हुए अनीश को इलाज के लिए पलामू के एमआरएचसीएम लाया गया जहां उन्हें मृत करार दिया गया।