L19 DESK : बिहार में हुए जातीय जनगणना के बाद अब बिहार की प्रदेश कांग्रेस बंटी हुई नजर आ रही है। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष अनिल शर्मा ने सवर्णों की जनसंख्या घटने पर सवाल उठाये तो एक अन्य नेता किशोर कुमार झा ने पलायन के लिये लालू राज को अप्रत्यक्ष तरीके से जिम्मेवार ठहराया। कुछ नेताओं का तो ये भी कहना है कि राज्य एक बार फिर से पिछड़ों की राजनीति करने को उतारू हो रही है। इसके वजह से राज्य विकसित नहीं हो पा रहा है जिसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ेगा।
वहीं, किशोर कुमार झा ने कहा कि मंडल के दौर के बाद पिछड़ी जातियों की आक्रामकता और बुरे शासन के कारण फॉरवर्ड क्लास ने अपनी सुरक्षा, अच्छे जीवन और एजुकेशन के लिये दूसरी जगहों पर पलायन किया। हालांकि अब भी उनकी जड़ें गांनों में है, और वे मौके मौके पर आते भी हैं। मगर ऐसे बहुत से लोगों की गिनती ही नहीं की गयी।
वहीं, प्रदेश कांग्रेस के ही अन्य नेता शकील अहमद खान ने जातीय जनगणना का समर्थन किया है। उनका कहना है कि इससे सामाजिक रूप से कमजोर तबके के लिये नीतियां बना पाने में सहायता मिलेगी। ऊंची जाति से होते हुए भी उन्होंने कहा कि यह सर्वे जाति के आधार पर लोगों की जनसंख्या और उनकी आर्थिक स्थिति की जानकारी देती है। ये एकमात्र ऐसा डेटा है जिससे लोगों को मदद पहुंचायी जा सकेगी।