L19/Bokaro : बोकारो के बेरमो थाना क्षेत्र से कोयला व्यवसायी रंजय सिंह के अपहरण का मामला सामने आने के बाद परिजनों समेत अन्य लोगों ने फुसरो बाजार स्थित अमजद हुसैन की जनता ऑयल मिल को कई घंटों के लिये घेरे रखा। इसके साथ ही सड़क जाम कर खूब हो हंगामा भी किया। आक्रोशित परिजनों व अन्य जनता ऑयल मिल दुकान के मालिक से मो अरशद उर्फ सोनू नाम के आरोपी को घर से निकालने को कह रहे थे। मगर, दुकानदार ने मामले से खुद को अलग बताते हुए सोनू का का परिजनों से किसी भी तरह के संबंध होने से इंकार कर दिया। उधर, घटना की सूचना मिलने पर बेरमो पुलिस मौके पर पहुंचकर सड़क जाम हटाया।
दरअसल, रंजय सिंह ढोरी स्टाफ क्वार्टर निवासी लक्ष्मण सिंह का दामाद है। परिजनों के आरोप के मुताबिक, फुसरो निवासी सोनू सहित 3 युवकों ने रंजय सिंह का अपहरण किया है। दुकान के मालिक से सोनू को घर से निकालने की धमकी मिलने पर उन्होंने कहा कि सोनू घर पर नहीं है। इस पर परिजनों ने कहा कि सीसीटीवी कैमरे को खंगाला जाये जिससे साफ हो जायेगा कि सोनू घर पर है या नहीं। परिजनों के अनुसार, सोनू 15 मिनट पहले ही घर गया है जिसे कई लोगों ने देखा भी। काफी देर बहस चलने के बाद आखिरकार दुकान के मालिक ने सोनू को फोन किया और थाने में जाकर सरेंडर करने को कहा। लोगों के आक्रोश को देखते हुए सोनू ने थाने में जाकर सरेंडर कर दिया। इसकी सूचना सोनू के परिजन ने घर से निकलकर दुकान में आकर लोगों को दी। इसके बाद सभी लोग थाने पहुंचे और वहां जाकर भी सोनू को दिखाने की मांग करने लगे।
इधर, थाने में ही रंजय के परिजनों का फोन आया कि वह आसनसोल में है और सुरक्षित है। कहा जा रहा है कि आक्रोशित लोगों को देखते हुए और पुलिस के दबाव के कारण ही रंजय को करीब 24 घंटे के बाद छोड़ दिया गया। इसके बाद रंजय सिंह ने थाना में पहुंचकर पुलिस को लिखित जानकारी देते हुए बताया कि वह अपने निजी काम से धनबाद गया हुआ था। उसका किसी ने अपहरण नहीं किया था। मोबाइल का सिम खराब हो जाने के कारण परिवार वालों को जानकारी नहीं दे सका था। कहा कि सोनू के साथ कोयला खरीदी-बिक्री के लेन-देन को लेकर मामला हुआ था। डिहरी मंडी में कोयला बिक्री के बाद पार्टी द्वारा पेमेंट का भुगतान नहीं करने पर मुझ पर पेमेंट के लिए दबाव बनाया जा रहा था, जिससे वह काफी तनाव में थे।