- अब तक पूर्व सीओ शैलेश कुमार और विष्णु अग्रवाल के यहां नहीं पड़ी छापेमारी
L19 DESK : न्यूक्लियस माल के मालिक और कारोबारी विष्णू अग्रवाल की तरफ से सेना की जमीन को गलत तरीके से खरीदने के मामले में तीन अंचल अधिकारी, एक हल्का कर्मचारी, दो जमीन ब्रोकर के यहां भी इडी की रेड हो रही है। यह छापेमारी प्रवर्तन निदेशालय (इडी) की टीम द्वारा आइएएस अफसर छवि रंजन औऱ उनके करिबियों के यहां की जा रही है। लगभग 22 ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।
बरियातू मौजा में सेना के 4.55 एकड़ की गलत तरीके से जमाबंदी किये जाने के मामले में वर्तमान अंचल अधिकारी मनोज कुमार, हल्का कर्मचारी भानू प्रताप, रातू अंचल के अंचल अधिकारी प्रदीप कुमार, राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) के टेक्निशीयन अफसर अली, आजसू के नेता अफसर खान के यहां भी छापा पड़ रहा है । मामले मे जो बात सामने आई है उसके अनुसार अशरफ अली खाली जमीन के कब्जे को लेकर कोलकाता से फर्जी डीड बनाकर उसे कब्जा करता था।
बड़गाई अंचल में उसका सीधा दखल था, वह अपने आप को झारखंड मुक्ति मोरचा का बड़ा नेता भी बताता है। उसके लिए बड़गाई अंचल में रेड कारपेट इंट्री होती थी। उधर जमीन कारोबारी अशरफ खान के हिंदपीढ़ी के ठिकानों पर भी ईडी की रेड चल रही है। अशरफ खान आजसू पार्टी से जुड़ा है और 2018 में हुए रांची नगर निगम के उप महापौर के पद पर भी चुनाव में अपना भाग्य आजमा चुका है। जानकारी के अनुसार पल्स अस्पताल मामले में भी इडी को बड़गाई अंचल के अंचल अधिकारियों के कारनामों की लंबी फेहरिस्त मिली थी।
इसमें बड़गाई अंचल के कई अंचल अधिकारी ने भुंईहरी नेचर की जमीन की गलत जमाबंदी कर दी थी। इसमें पल्स अस्पताल, रामप्यारी अस्पताल, बरियातू पेट्रोल पंप, रिलायंस फ्रेश, कई अपार्टमेंट शामिल हैं। इस पर तत्कालीन प्रमंडलीय आयुक्त ने बड़गाई अंचल के अंचल अधिकारी से रिपोर्ट भी मांगी थी, जो नहीं दी गयी।
अब तक की रेड में बड़गांई अंचल में रहे शैलेश कुमार पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी है। इनकी शिकायत भी इडी में की गयी है कि कैसे इन्होंने सीओ रहते हुए भुंईहरी, आदिवासी और अन्य जमीनों की गलत जमाबंदी की