L19/Ranchi : गर्मी का मौसम आते ही राजधानी के कई मुहल्लों में पानी का संकट गहराने लगा हैं। हिंदपीढ़ी, रातू रोड, मधुकम, आजाद नगर मौसीबाड़ी, हरमू, किशोरगंज, स्वर्ण जयंती नगर समेत कई इलाकों में पानी की किल्लत शुरू हो गयी है। भूगर्भ जल का स्तर नीचे चले जाने के कारण इस इलाकों में बोरिंग फेल होते जा रहे हैं। चापानल व कुआं सूखने लगे है, कई मुहल्लों में 2 साल पहले वाटर कनेक्शन के लिए हर घर नल जल योजना के तहत पाइप लाइन बिछा तो दिये गये हैं, पर वाटर सप्लाई अबतक शुरू नहीं हो पायी है,
ऐसे में रांची नगर निगम की ओर वाटर टैंकर से जलापूर्ति ही एकमात्र सहारा बचा है, लेकिन हालत यह कि नगर निगम के पास मात्र 40 वाटर टैंकर ही हैं, जो कुल 53 वार्ड के लिए नाकाफी हैं,लाखों की आबादी इन्हीं पानी टैंकर के भरोसे है, हालांकि नगर निगम 20 नए स्टील टैंकर खरीदने की तैयारी कर रहा है। हर वार्ड में 3 नए बोरिंग कराने की योजना थी, लेकिन अब तक किसी वार्ड में एक भी बोरिंग नहीं करवाया जा सका है,बताया गया कि नगर निगम के टैंकरो की 2 से 10 हजार लीटर पानी स्टोरेज की क्षमता है।
बोरिंग की बात करें तो शहर में कुल 2507 चापाकल हैं, लेकिन गर्मी आने से पहले ही 190 चापाकल सूख चुके हैं,सैकड़ों सूखने की स्थिति में हैं, रांची में मिनी हाई यील्ड ड्रिल्ड ट्यूबवेल की संख्या 1374 है और बड़े हाई यील्ड ड्रिल्ड ट्यूबवेल की संख्या 174 है, जिनमें से भी कई सूख चुके हैं। शहरी क्षेत्र में सिर्फ 67520 घरों में वाटर कनेक्शन है।
दूसरी तरफ शहरवासी पानी की बचत को लेकर लापरवाह हैं, पानी की किल्लत के बावजूद लोग अपने घरों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग के प्रति सजग नहीं हैं। शहर में 2.25 लाख से अधिक घर हैं, पर लगभग 20 हजार घरों में ही वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगा हुआ है। निगम के अधिकारियों ने बताया कि शहरवासी को वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगवाने मे कोई दिक्कत न हो, इसके लिए 11 एजेंसियों से टाइ-अप किया गया है।
लोग अपने घरों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगवाने के लिए इन कंपनियों से संपर्क कर सकते हैं. लोग हर घर में बोरिंग करवाते है , जिस वजह से पूरे क्षेत्र का जलस्तर नीचे चला गया है,वार्ड 26 के पार्षद अरुण झा और वार्ड 27 के पार्षद ओमप्रकाश ने बताया कि गर्मी बढ़ते ही उनके वार्ड में पानी की भारी किल्लत हो जाती है, इसे देखते हुए अपनी देखरेख में पानी वितरण करवाना पड़ रहा है। वार्ड में कई सार्वजनिक बोरिंग और हाई यील्ड ड्रिल्ड ट्यूबवेल सूख चुके हैं, पटेल पार्क में पानी टंकी बनकर तैयार है, लेकिन उससे अभी तक पानी सप्लाई शुरू नहीं की गयी है।