L19/Bokaro : सरकार बेहतर शिक्षा सुविधा की लाख दावा कर ले मगर धरातल पर अभी भी बेहतर शिक्षा का माहौल बना पाने में सरकार विफल रही है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं कि अभी भी सरकारी स्कूलों का हाल बेहाल है। कहीं शिक्षकों की कमी, तो कहीं बच्चों के पठन-पाठन के लिए भवन की कमी है। इसके वजह से बच्चे बेहतर शिक्षा पाने में पीछे रह जा रहे हैं। यह कमी बोकारो जिले के चास प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय करहरिया में देखने को मिल रहा है, जहां 91 बच्चों का नामांकन है। यहां औसतन पढ़ने आने वाले 58-85 बच्चों के ऊपर एक शिक्षक को पढ़ाने की जिम्मेदारी दी गई है। स्कूल में कक्षा 1 से लेकर 5 तक के बच्चे पढ़ने आते हैं, जिससे बच्चों को पठन-पाठन में काफी दिक्कतें होती है।
बच्चों ने भी कहा कि शिक्षकों की कमी के कारण एक शिक्षक होने से हमें पढ़ाई का पूरा समय नहीं मिल पाता। साथ ही, क्लास रूम के अभाव के वजह से दो से तीन क्लास के बच्चों को एक साथ एक ही क्लास रूम में पढ़ाया जाता है। यहां तक कि जगह नहीं होने पर क्लासरूम के फर्श पर ही दरी बिछाकर पढ़ाई करनी पड़ती हैl
वहीं स्कूल के प्रभारी शिक्षक गणेश प्रसाद केवट की मानें, तो शिक्षक की कमी से बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल पाने की समस्या सही है। उन्होंने बताया कि इस स्कूल के लिए शिक्षकों की स्वीकृत पद तीन है, जिसमें से एक शिक्षक का प्रतिनियोजिन किया गया था। इसे 6 महीने पहले ही स्थानांतरण कर दिया गया। इसलिए स्कूल में केवल एक ही शिक्षक हैं जिन्हें सभी क्लास के बच्चों को बारी-बारी से पढ़ाना होता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए वह प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी चास को आवेदन देकर अवगत भी करा चुके हैं।
उन्होंने बताया कि पुराना भवन जर्जर होकर ध्वस्त हो चुका है। इस कारण से स्कूल को दो कमरे के भवन में शिफ्ट होना पड़ा। हालांकि, इसके लिए भी 1 जुलाई 2021 को भवन प्रमंडल कार्यालय में कार्यपालक अभियंता को आवेदन दिया गया था। मगर अभी तक इस पर विभागीय आदेश नहीं मिल पाई है।
रिपोर्ट : नरेश कुमार