L19/Saraikela : 60/40 नियोजन नीति के विरुद्ध चांडिल के नीमडीह प्रखंड मुख्यालय, रघुनाथपुर में झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति की ओर से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, मंत्री आलमगीर आलम, मंत्री बन्ना गुप्ता व मंत्री चंपई सोरेन का पुतला दहन किया गया। इससे पूर्व, उक्त सभी मंत्रियों की नीमडीह मोड़ से शवयात्रा निकाली गयी। शवयात्रा के दौरान 60/40 नियोजन नीति नहीं चलेगी, मुख्यमंत्री होश में आओ, झारखंड सरकार हाय-हाय आदि के नारे लगाये गये। आंदोलनकारियों ने सरकार को आगाह करते हुए कहा कि यदि हेमंत सरकार खतियान आधारित स्थानीय नीति और 90/10 का नियोजन नीति लागू नहीं करती है, तो 2024 के चुनाव में इसे हार का सामना करना पड़ेगा।
इस बीच बेबी महतो ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पुलिस वाले जनता के रक्षक कहलाते हैं, मगर यहां तो लगता है कि पुलिस सरकार के रक्षक हैं। यदि पुलिस जनता की रक्षा के लिए निहित होती, तो विधानसभा घेराव के समय बच्चों को बेरहमी से नहीं पीटकर हाथ-पांव नहीं तोड़ती।
उन्होंने कहा कि बिहार से आकर बन्ना गुप्ता झारखंड में राज चलाना चाहते हैं। मगर उनका झारखंड विरोधी नीति नहीं चलेगा। यदि सरकार की ओर से जनता को दबाने के लिए हथियार का प्रयोग किया जायेगा, तो विद्यार्थी भी कलम छोड़कर तीर धनुष उठाएंगे। 60/40 नियोजन नीति से यहां केमूलनिवासियों की पहचान को खतरा है। बाकि राज्यों की अपनी स्थानीय नीति, नियोजन नीति है तो झारखंड इससे वंचित क्यों है। झारखंड कोई बाबा का ढाबा नहीं है जो दूसरे राज्यों के लोग यहां बसकर स्थानीय बन जाएंगे।