Ranchi/Bokaro : बोकारो जिला के चंदनकियारी प्रखंड में एक अजीब मामला सामने आया है. चंदनकियारी पैक्स लिमिटेड (पश्चिम) पर आरोप लग रहा है कि वह जनता के करोड़ों रुपए लेकर लापता हो गया है. मामला चंदनकियारी पैक्स लिमिटेड (पश्चिम) जो की धनबाद सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक से संबंधता प्राप्त है से, जुड़ा हुआ है. यह पैक्स बोकारो के होली क्रॉस रोड में स्थित है. बताया जा रहा है कि चंदनकियारी प्रखंड की आम जनता जो दिहाड़ी मजदूरी करते हैं या फिर दैनिक रोजगार करते हैं, उन लोगों ने अपनी मेहनत की गाढ़ी कमाई उस पैक्स में जमा करवायी थी. निवेश करने वालों की संख्या करीब 300 है. साथ ही आंकलन लगाया जा रहा है कि कुल निवेशकों की राशी पांच करोड़ के आस-पास है.
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बढ़ी हुई राशि देने का किया था वादा
एक प्लान के तहत चंदनकियारी की गरीब मजदूर जनता को फंसाया गया. बड़ी ही चालाकी से पैक्स की तरफ से निवेशकों को कहा गया था कि जल्द ही उन्हें बढ़ी हुई राशि मिलेगी. किसी-किसी को तो रुपए दोगुना होने का लालच दिया गया था. इसी लालच में आकर लोगों ने करोड़ों रुपए उस पैक्स में जमा करवा दिए. अब देखा जाने लगा कि पैक्स वाले इस राशि को अपने निजी स्वार्थ में खर्च करने लगे. ऐसे में जरूरत पड़ने पर निवेशकों ने पैक्स से उनकी राशि वापस करने को कहा. लेकिन पैक्स संचालकों ने बार-बार निवेशकों को टालने का काम किया. फिर एक दिन अचानक रातों-रात पैक्स बंद कर दिया गया. यानि पैक्स पर ताला लगा दिया गया. फोन पर भी पैक्स मालिक से संपर्क करने पर निवेशकों को टाला जाता रहा. अब यह मामला काफी हाई प्रोफाइल होता जा रहा.
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डीजीपी और सीआडी से की गई शिकायत, जांच की मांग
चंदनकियारी प्रखंड के पूर्व युवा झामुमो के अध्यक्ष देवाशीष भगत ने डीजीपी और सीआईडी को पत्र लिखकर सारे मामले की जानकारी दी है. साथ में सघन जांच की गुहार लगायी है. श्री भगत का कहना है कि, जब वो धनबाद सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक, जिससे कि यह पैक्स को संबंधता मिली हुई थी, उसे संपर्क किया. तो वहां के सीईओ विनय कुमार ने किसी भी तरह की मदद से इनकार कर दिया. ऐसे में अभी मामला और बिगड़ा हुआ दिखाई दे रहा है. देवाशीष भगत ने डीजीपी और सीआईडी से इस मामले में हस्तक्षेप कर जांच की मांग की है.
नोट : इस मामले पर पैक्स के संचालकों से संपर्क करने की कोशिश की गयी. लेकिन ना ही उनलोगों का फोन ऑन है और ना ही वो अपने पते पर हैं. फिलहाल उन्हें लापता बताया जा रहा है. इस मामले को लेकर अभी किसी थाने में केस भी दर्ज नहीं हुई. पैक्स मालिकों से संपर्क होते ही उनका भी पक्ष रखा जाएगा.
