l19/DESK : बीते दो तीन वर्षों से एक मूर्ति को लेकर राजधानी में विवाद चल रहा है। बता दे कि राजधानी स्थित बिरसा चौक के पास पूर्व राज्यपाल रहे भाजपा के संगठन निर्माणकर्ताओं में से एक स्वर्गीय कैलाशपति मिश्र का मूर्ति लगाया गया है जिसको लेकर झारखंड के आदिवासी मूलवासी विरोध कर रहे हैं। इन संगठनों का कहना है कि जिस शख्सियत का मूर्ति लगाया जा रहा है वह झारखंड विरोधी रहे हैं,उन्होंने शुरू से ही झारखंड अलग राज्य की मांग का विरोध करते रहे हैं और बिहार से झारखंड को ना अलग की सिफारिश करते रहे। इसको लेकर बीते दिनों केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष तिर्की और अन्य आदिवासी मूलवासी संगठनों के द्वारा प्रेस कांफ्रेंस बुलाई गई थी,जहां आज यानी 25 अगस्त को मूर्ति तोड़ने की बात कही गई थी। इसको लेकर आज आदिवासी मूलवासी संगठन के लोग पुराने विधानसभा मैदान के पास जुट रहे हैं ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि आज फिर से विवाद पनप सकता है।
बताते चलें कि 15 अगस्त 2024 को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी,रांची विधायक सीपी सिंह सहित भाजपा के बड़े नेताओं द्वारा मूर्ति स्थापित किया गया था तब से आदिवासी मूलवासी संगठन इसका विरोध कर रहे हैं।