L 19/DESK : शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान जमशेदपुर में बीजेपी प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेई की जुबान फिसल गई. उन्होंने ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया जो मर्यादा से बाहर थी. लेकिन उनका यह बयान राज्य के राजनीतिक गलियारे में चर्चा का विषय बन गया है.उनके इस बयान को लेकर जाऊंगा ने भी उन पर हमला बोला है.
क्या है मामला
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मीडिया द्वारा जब पूछा गया की गीता-सीता का झारखंड में क्या असर होगा,तब वाजपेई ने इसका जवाब दिया उन्होंने कहा कि दोनों सीटें हमारी पक्की हैं. सीता और गीता दोनों ही जीत दर्ज करेंगी. इसके बाद उत्तर प्रदेश में कार्यकर्ताओं से अपने जुड़ाव के बारे में वाजपेई एक किस्सा बताने लगे. इसी दौरान वह भी बोल गए जो उन्हें नहीं बोलना चाहिए था.
किस्सा जो लक्ष्मीकांत सुन रहे थे
लक्ष्मीकांत ने कहा “मैंने स्कूटर पर काम किया है. उत्तर प्रदेश में जब सपा की सरकार थी तो किसी जिले में अधिकारियों ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर अत्याचार करने की कोशिश की . तो जितना समय मुझे उस जिले में पहुंचने में लगा है . उतना लगाया है , फिर की………कर दी और कार्यकर्ताओं को बेदाग बरी कराकर लाया हूं . मौत एक दिन आनी ही है जिस दिन भगवान ने लिख रखी है.
क्या रही झामुमो की प्रतिक्रिया
झामुमो ने लक्ष्मीकांत के इस बयान पर कहा कि मां-बहन के प्रति अपार श्रद्धा रखते हुए भाजपा के झारखंड प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेई को लगता है बीजेपी पार्टी के कार्यालय में हर दिन की शुरूआत इन्हीं शब्दों से होती है , तभी इनके नेता और लोकसभा प्रत्याशी उसी शिक्षा में निपुण होते हैं।