L19 DESK : देश भर में कांग्रेस ने किया संगठनात्मक ढांचे में बदलाव आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस पार्टी ने संगठनात्मक ढांचे में बड़ा फेरबदल किया है। पार्टी ने सभी राज्यों के कांग्रेस प्रभारियों को बदल दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शनिवार को अपनी टीम में बड़ा बदलाव करते हुए 12 महासचिवों और 12 प्रदेश प्रभारियों की नियुक्ति की। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई है। पार्टी महासचिव की ओर से जारी लिस्ट में झारखंड प्रभारी अविनाश पांडेय को भी हटाते हुए उन्हें उत्तरप्रदेश की जवाबदेही दी गयी है। झारखंड में जीए मीर को नया प्रभारी बनाया गया है, इन्हें पश्चिम बंगाल की अतिरिक्त जिम्मेवारी दी गयी है।
सूची में सबसे प्रमुख नाम प्रियंका गांधी वाड्रा
सूची में सबसे प्रमुख नाम प्रियंका गांधी वाड्रा का है, जिन्हे महासचिव के तौर पर बरकरार रखा गया है, लेकिन फिलहाल उन्हें किसी प्रदेश का प्रभार या कोई अन्य जिम्मेदारी नहीं दी गई है। प्रियंका गांधी करीब पांच वर्षों से उत्तर प्रदेश की प्रभारी की भूमिका निभा रही थीं। पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल संगठन महासचिव बने रहेंगे तथा महासचिव जयराम रमेश भी पार्टी की संचार विभाग के प्रभारी की जिम्मेदारी निभाते रहेंगे। अजय माकन पार्टी कोषाध्यक्ष की भूमिका निभाते रहेंगे, उनके साथ दो नेताओं मिलिंद देवड़ा और विजय इंदर सिंघला को संयुक्त कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है। रणदीप सिंह सुरजेवाला से मध्य प्रदेश के प्रभार वापस लिया गया है और अब वह सिर्फ कर्नाटक के प्रभारी बने रहेंगे। उनके स्थान पर जितेंद्र सिंह को मध्य प्रदेश के प्रभारी की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई है। सिंह पहले से ही असम के प्रभारी की भूमिका निभा रहे हैं। राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट को महसचिव नियुक्त करने के साथ ही छत्तीसगढ़ का प्रभारी बनाया गया है। महासचिव कुमारी सैलजा को छत्तीसगढ़ से हटा कर उत्तराखंड के प्रभारी की जिम्मेदारी सौंप गई है। सुखजिंदर सिंह रंधावा राजस्थान के प्रभारी बने रहेंगे। पार्टी संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी विधानसभा चुनाव के नतीजों को बेहद निराशाजनक बताया था और कहा था कि, यह कहना कि छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में विधानसभा चुनाव परिणाम हमारी पार्टी के लिए बहुत निराशाजनक रहे हैं। इसे हमारे संगठन के लिए कम ही कहना होगा. हमारे खराब प्रदर्शन के कारणों को समझने और आवश्यक सबक लेने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष पहले ही समीक्षा कर चुके हैं. आगे लोकसभा चुनाव भी होने हैं।